Himachal Pradesh Alcohol Case: देशभर के अलग-अलग हिस्सों में आपने शराब पीने के बाद कई लोगों को हुड़दंग मचाते देखा होगा. इलाके के छोटे-छोटे होटल, ढाबा और दुकानों में शाम ढलते ही जाम छलकने शुरू हो जाते हैं. इससे न केवल आसपास का माहौल खराब होता है, बल्कि महिलाओं और बच्चों में भी असुरक्षा का माहौल पैदा हो जाता है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के जिला मंडी (Mandi) के बल्ह (Balh) विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसी ग्राम पंचायत है, जहां खुले में शराब पीना पूरी तरह प्रतिबंधित है. बल्ह की लुहाखर पंचायत में नियम इतने सख्त हैं कि किसी शराबी की हिम्मत नहीं पड़ती कि वह खुले में शराब का सेवन कर ले.


लुहाखर ग्राम पंचायत के प्रधान टेक चंद ठाकुर (Tek Chand Thakur) ने यहां खुले में शराब पीने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया हुआ है. इस मुहिम में उन्हें इलाके के बुद्धिजीवियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है. खासकर महिलाएं इस खास प्रयास में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हुई हैं. यहां खुले में शराब पीने वाले व्यक्ति को पहले नोटिस दिया जाता है और फिर पंचायत में उसकी पेशी भी लगती है. जनवरी, 2021 में लुहाखर पंचायत प्रधान बने टेक चंद ठाकुर ने कुरीति को दूर करने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है.


खुले में शराब पीने पर प्रतिबंध


ग्राम पंचायत लुहाखर के प्रधान टेक चंद ठाकुर बताते हैं कि वह पहले से ही खुले में शराब पीने की आदत को पसंद नहीं करते थे. दो साल पहले जब उन्हें बतौर ग्राम पंचायत लोगों की सेवा करने का मौका मिला, तो उन्होंने इस कुरीति को दूर करने के लिए प्रयास किया. इस प्रयास में लोगों का भी उन्हें भरपूर साथ मिला और अब यहां पूरी पंचायत में कोई भी खुले में शराब नहीं पीता. टेक चंद ठाकुर बताते हैं कि शराब का सेवन करना वैध है, लेकिन खुले में शराब पीना अवैध. ऐसे में लोग जो लोग शराब का सेवन करते हैं, वे घर पर ही शराब पिएं न कि बाहर.


उन्होंने लोगों से यह भी अपील की है कि शराब तो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती. ऐसे में इसका सेवन न ही किया जाए, तो और भी ज्यादा बेहतर होगा. उन्होंने बताया कि वह नहीं चाहते कि इलाके की युवा पीढ़ी भी इस तरह की लत में पड़े और अपना भविष्य बर्बाद कर ले. इसके अलावा पंचायत में माहौल सुरक्षित रखने के लिए भी यह बेहद जरूरी है.


पंचायत के लोगों का मिल रहा साथ


वहीं, पंचायत के लोगों ने भी प्रधान टेक चंद ठाकुर के इस प्रयास की खूब वाहवाही की. गांव में रहने वाली महिलाओं का कहना है कि पहले शराबी खुले में शराब पीकर खूब हुड़दंग मचाया करते थे. इससे शाम के वक्त घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाया करता था, लेकिन अब ऐसी परेशानी नहीं होती. लुहाखर पंचायत के रहने वाले अतर सिंह और कौशल्या देवी ने कहा कि पंचायत को नशा मुक्त बनाने की कोशिश पहले भी हुई, लेकिन वह सफल नहीं रह सकी. ग्राम पंचायत टेक चंद ठाकुर के छोटे से प्रयास ने बड़ा बदलाव लाया है. उन्हें पूरे गांव के लोगों का पंचायत के लोगों का खूब साथ भी मिलता है. वह चाहते हैं कि इसी तरह के नियम पंचायत में भविष्य में भी लागू रहे, ताकि किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े.


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