Himachal Pradesh News Today : हिमाचल प्रदेश में बीते दो सालों में 31 जुलाई तक 'हिमकेयर योजना' के तहत निजी अस्पतालों में 199.36 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. इसके अलावा प्रदेश में 127.93 करोड़ रुपये का भुगतान अभी बाकी है. 


राज्य सरकार के मुताबिक, निजी अस्पतालों में भुगतान के दौरान कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है. हालांकि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में कहा कि राज्य में 'हिमकेयर योजना' के तहत गड़बड़ी की शिकायतें मिली है. जहां इलाज 25 हजार में होना था, वहां एक लाख रुपये का बिल बनाया गया. प्राइवेट अस्पताल पूरा पैकेज लेने की बात कर रहे हैं.


'हिमकेयर में भी हो सकती है धांधली'
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में 137 निजी अस्पताल खुल गए हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव की दिशा में काम कर रही है. 


केंद्र पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "अगर आयुष्मान भारत में धांधली हो सकती है, तो अन्य योजना में भी हो सकती है." 


उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार 'हिमकेयर योजना' और 'सहारा योजना' को बंद नहीं कर रही है. इसके लिए एक कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया गया है, जो इसमें गड़बड़ी की शिकायतों की जांच कर रही है.


सहारा, हिमकेयर योजना के लाभार्थियों की संख्या
सुक्खू सरकार के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में बीते दो सालों में 'सहारा योजना' के तहत 16 हजार 798 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें से 11 हजार 419 स्वीकृत हो चुके हैं, जबकि 5 हजार 379 लंबित हैं. 


इसी तरह अब तक 'हिमकेयर योजना' के तहत 2 लाख 45 हजार 141 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें से 27 हजार 614 स्वीकृत हो चुके हैं, जबकि 1 हजार 527 अभी लंबित हैं.


'14 हजार से ज्यादा मिली वित्तीय मदद'
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने बताया कि सहारा योजना के तहत कुल 32 हजार 560 लाभार्थी पंजीकृत हैं. योजना में उन सभी लाभार्थियों को लाभ दिया जा रहा है. इनके जरिये हर छह महीने में जीवन प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र या बीपीएल प्रमाण पत्र और चिकित्सा प्रमाण पत्र अपलोड किये जा रहे हैं. 


हिमाचल सरकार ने अगस्त 2024 तक 14 हजार 140 लाभार्थियों को वित्तीय मदद दी है. लाभार्थियों की ओर से यह सभी दस्तावेज अपलोड करने पर लंबित राशि का भुगतान कर दिया जाता है. मौजूदा वक्त में हिमकेयर योजना के तहत 355 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान लंबित है, जो प्रक्रियाधीन है. 


ये भी पढ़ें: हिमाचल के तहसीलदार HL घेज्टा एक लाख की जगह सिर्फ एक रुपया लेंगे वेतन, इमानदारी बटोर रहीं सुर्खियां