Himachal Rains: चार दिनों में 157 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज, शिमला में धराशाई हुए 500 से ज्यादा पेड़
Shimla: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में हुई आपदा में हुए नुकसान का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर जायजा ले रहे हैं. शिमला के अलावा जिला मंडी में भी हालात बेहद गंभीर हैं.
Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बारिश भारी तबाही मचा रही है. प्रदेश भर में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. प्रदेश में 11 अगस्त से लेकर 14 अगस्त के बीच 157 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. प्रदेश भर में 1 हजार 220 सड़कें बंद हुई. इनमें 400 सड़कों को बहाल कर दिया गया है.
हिमाचल प्रदेश में पैदा हुई भयावह स्थिति के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu)ने अधिकारियों के साथ बैठक की. राज्य सचिवालय में हुई बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने बिजली, पानी और सड़क सेवा बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के सख्त निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने बताया कि मूसलाधार बारिश की वजह से शिमला शहर में ही 500 से ज्यादा पेड़ गिर चुके हैं.
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
इसकी वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने सभी असुरक्षित पेड़ों को जल्द काटने के निर्देश जारी किए हैं. हिमाचल प्रदेश में ऐसी आपदा बीते 50 सालों में नहीं देखी गई. प्रदेश सरकार को अब तक आठ हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. पहले ही कर्ज के बोझ तले दबे हिमाचल प्रदेश सरकार की मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार हिमाचल प्रदेश में हो रही आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे, ताकि प्रदेश सरकार को राहत मिल सके.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में हुई आपदा में हुए नुकसान का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर जायजा ले रहे हैं. शिमला के अलावा जिला मंडी में भी हालात बेहद गंभीर हैं. मंडी की कई सड़कें तबाह हुई हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक, बीते करीब चार दिनों से यहां न तो बिजली है और न ही लोगों से संपर्क हो पा रहा है.