Himachal Landslide: हिमाचल में बारिश से हुई तबाही ने ली 367 लोगों की जान, तबाह हो गए 2000 से ज्यादा आशियाने
HP News: हिमाचल में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है प्रदेश में दो हजार 346 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. इसके अलावा 24 जून से लेकर अब तक बारिश से हुई अलग-अलग घटनाओं में 367 लोगों की जान जा चुकी है.
Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में मानसून इस बार अपने साथ बारिश ही नहीं, बल्कि आफत भी लेकर आया है. आसमान से बरस रही बारिश मानो पानी नहीं, आफत लेकर बरस रही हो. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आ रही तबाही की तस्वीरें हर किसी को डरा देने वाली है. जो पहाड़ खूबसूरती के लिए जाने जाते थे. इन दोनों वही पहाड़ अब तबाही मचाने के लिए सुर्खियों में हैं. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में इन दिनों चारों तरफ तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है.
10 हजार से ज्यादा घरों को नुकसान
प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित मंडी (Mandi), शिमला (Shimla) और कुल्लू (Kullu) जिला है. हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 8450 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा 2 हजार 346 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. प्रदेश में 10 हजार 135 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. इसके अलावा 303 दुकानों और 5 हजार 48 पशु घर भी तबाह हो चुके हैं. 24 जून से लेकर अब तक प्रदेश भर में 156 लैंडस्लाइड और 63 फ्लैश फ्लड की घटनाएं दर्ज की गई हैं.
367 लोगों ने गंवाई जान, 40 लापता
प्रदेश में 367 लोग अपनी जान गवा चुके हैं, जबकि 40 लोग अभी लापता हैं. प्रदेश भर में हुई बारिश की वजह से अलग-अलग घटनाओं में 343 लोग घायल भी हुए हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि प्रदेश ने बीते 50 सालों में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी. प्रदेश में आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है. प्रदेश सरकार को बारिश की वजह से 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान का आकलन है.
ग्राउंड जीरो पर काम कर रहे मंत्री
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि प्रदेश के आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं. बावजूद इसके सरकार प्रभावितों तक मदद पहुंचाने में कोई कमी नहीं आने दे रही. उन्होंने कहा कि सरकार के सभी मंत्री ग्राउंड जीरो पर हैं और प्रभावितों तक मदद पहुंचाने के लिए कम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश ने इस आपदा को राज्य आपदा घोषित कर दिया है. अब राज्य सरकार चाहती है कि केंद्र भी इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे.
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