Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. 24 जून से लेकर अब तक प्रदेश सरकार को 8099.56 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. दो महीने से भी कम के वक्त में प्रदेश भर के 2 हजार 216 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. इसके अलावा 9 हजार 819 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 300 दुकान और 4 हजार 702 पशु घर भी पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. दो महीने में ही प्रदेश भर में 130 भूस्खलन और सात फ्लैश फ्लड की घटनाएं दर्ज हुई हैं.
हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 346 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. इसके अलावा अलग-अलग दुर्घटनाओं में 38 लोग अब भी लापता हैं. प्रदेश भर में 331 लोगों के घायल होने की भी जानकारी है. हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. इस विभाग को अब तक 2712.19 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा जानी नुकसान शिमला में हुआ है. यहां 62 लोग बारिश की वजह से हुई दुर्घटनाओं और 18 लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गवा चुके हैं.
हिमाचल प्रदेश में जमकर मचाई तबाही
इसके अलावा बारिश से हुई घटनाओं में बिलासपुर में पांच, चंबा में एक, हमीरपुर में 10, कांगड़ा में 16, किन्नौर में सात, कुल्लू में 40, लाहौल स्पीति में दो, मंडी में 23, सिरमौर में 15, सोलन में 16 और ऊना में 10 लोगों की जान गई है. प्रदेश भर में 24 जून से लेकर अब तक 119 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में भी जा चुकी है. सड़क दुर्घटना के बाद से सात लोग लापता भी हैं. बता दें कि अब तक भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में जमकर तबाही मचाई है.
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
पहले चरण में 7 जुलाई से 12 जुलाई तक हुई बारिश ने तांडव मचाया और इसके बाद 13-14 अगस्त की दरमियानी रात हुई बारिश ने प्रदेशभर को हिला कर रख दिया. हिमाचल प्रदेश सरकार को अब तक भारी बारिश की वजह से 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा प्रदेश भर में निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस तबाही को राज्य आपदा घोषित कर दिया है और अब सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार से इस तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रही है.