Himachal Rains: शिमला के कृष्णानगर लैंडस्लाइड में 2 शव बरामद, मंदिर हादसे में अब तक 12 की मौत, SP बोले- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Shimla के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया था कि कम से कम दो लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने यह भी कहा कि मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.
Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है. राजधानी शिमला में सोमवार को हुए कृष्णा नगर लैंडस्लाइड में 2 शव बरामद किए गए हैं. वहीं बालूगंज शिव मंदिर लैंडस्लाइड में 12 शव निकाले गए. शिमला के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दोनों जगहों पर फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. एसपी ने आशंका जताई है दोनों जगहों पर और लोग फंसे हो सकते हैं.
शिमला के कृष्णानगर इलाके में मंगलवार शाम हुए भूस्खलन में कम से कम आठ घर ढह गए और एक बूचड़खाना मलबे में दब गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि एक बड़े पेड़ के उखड़ने के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे बहुत तेज शोर के साथ कुछ घर ढह गये.
अधिकतर लोगों ने घरों को खाली कर दिया
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि मकान के मलबे में फंसे दो शव बरामद कर लिए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि सुबह कुछ घरों में दरारें आ गईं जिसके बाद अधिकतर लोगों ने घरों को खाली कर दिया था.
शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया था कि कम से कम दो लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने यह भी कहा कि मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें घटनास्थल के आसपास के घरों के लोग चीखते-चिल्लाते हुए प्रभावित घर में मौजूद लोगों से वहां से चले जाने को कह रहे हैं.
‘मेरे पति मलबे में फंसे हुए हैं’
वीडियो में लोगों की मदद के लिए पुकारने और बचाने के लिए भागने का दिल दहला देने वाले दृश्य दिख रहा है. भूस्खलन की तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंची एक महिला ने बताया, ‘‘मेरे पति मलबे में फंसे हुए हैं.’’
बूचड़खाने के कर्मचारी आत्मा राम ने बताया कि उनके प्रबंधक के मलबे में फंसे होने की आशंका है. घटना के बाद कम से कम 15 परिवार बेघर हो गये हैं. शिमला में सोमवार को भूस्खलन की दो घटनाएं हुईं. एक समर हिल में शिव मंदिर में और दूसरी फागली में. दोनों घटनाओं में 17 लोगों की जान चली गई थी. हिमाचल प्रदेश में रविवार से भारी बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन और बादल फटने के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं और कई घर ढह गए.