Himachal Rains Live: हिमाचल में बारिश-भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 50, IMD ने जारी किया रेट अलर्ट
Himachal Weather Update Live: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर तबाही लौट आई है. शिमला में एक शिव मंदिर के पास भूस्खलन होने से कई लोगों के दबे होने की सूचना है. यहां पढ़ें लाइव अपडेट्स
हिमाचल प्रदेश के सोलन में शिमला-कालका राजमार्ग के पास भूस्खलन के बाद चक्की मोड़ के पास प्रशासन द्वारा बहाली का कार्य जारी है.
हिमाचल में बारिश और भूस्खलन से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. शिमला के समर हिल इलाके में शिव मंदिर के मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका है. सावन का महीना होने के कारण हादसे के वक्त मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. अधिकारियों ने कहा कि शिमला में दो जगह भूस्खलन हुआ है और मंदिर के पास हुआ भूस्खलन उनमें से एक है, शिमला में भारी बारिश हो रही है. उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और लगातार बारिश के कारण कुल 48 लोगों की जान चली गई है. सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी.
हिमाचल प्रदेश की सरकार ने जानकारी दी कि जुतोग और समर हिल रेलवे स्टेशनों के बीच किमी 92/6-92/7 पर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक भारी बारिश के कारण बह गया है. कंडाघाट-शिमला के बीच ट्रेनों की आवाजाही रद्द हो गई है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से लोगों की मौत पर सोमवार को दुख जताया और कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में जुटे हैं.शाह ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स (पूर्ववर्ती ट्विटर)’ पर पोस्ट किया, ‘‘हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा और भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है. एनडीआरएफ की टीम स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में लगी हैं.’’उन्होंने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर उन्हें यह दु:ख सहने की शक्ति दें. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’
हिमाचल प्रदेश IMD के उपनिदेशक बुई लाल ने कहा कि पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में बारिश हुई है. अगले 24 घंटो के लिए प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है और 15 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया है जिसमें चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, शिमला, सिरमौर और हमीरपुर शामिल हैं.
मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा, "हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले स्थित गांव जादोन में बादल फटने व शिमला में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से हुई जनहानि का समाचार अत्यंत दु:खद है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगतों की आत्मा को शांति दें एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें. ऊँ शांति."
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुख्विंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि समर हिल में चार शवों की पुष्टि हुई है और मलबे के अंदर 2-3 लोगों के दबे होने की आशंका है. शिमला के आसपास के इलाकों से कुल 8 शव निकाले गए हैं. मेरा मानना है कि दबे हुए लोगों की संख्या को देखते हुए हम मरने वालों की संख्या के बारे में नहीं कह सकते. हम उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बताया कि जिले की बलेरा पंचायत में एक झोंपड़ी के भूस्खलन की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गयी. उनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है. रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन में एक अन्य महिला की मौत हो गयी.
हमीरपुर में उपायुक्त ने बताया कि जिले में मूसलाधार बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य लापता हैं. उन्होंने जिले के सभी निवासियों से खराब मौसम के मद्देनजर खास एहतियात बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की है.
सोलन में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोलन जिले के जादोन गांव में रविवार रात को बादल फटने से दो मकान बह गए. हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गयी.
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर सोमवार को भी जारी है और 22 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से नौ लोगों की मौत शिमला में भूस्खलन के बाद मलबे में दबने से हुई. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ और मलबे से नौ शवों को बाहर निकाला गया है. फागली इलाके में कई मकान मिट्टी में धंस गए.
शिमला के फागली में भी हुआ लैंड स्लाइड, 4 शव निकाले, 6 घायल IGMC अस्पताल पहुंचाए, अभी भी आधा दर्जन लोगों के मलबे मे दबे होने की आशंका.
शिमला के ही फागली क्षेत्र में लैंड स्लाइड से मकान चपेट में आ गए हैं. इसमें तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 6 घायल हो गए हैं. अभी कुछ लोग दबे, उनको निकालने के लिए रेस्क्यू जारी, रेस्क्यू करने आये लोग भी मलबे में दबे.
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पराशर झील की सड़क पर नदी उफान पर बह रही है.
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा है कि ध्वजारोहण किया जाएगा, स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में होने वाला 'एट-होम' कार्यक्रम स्थगित हो गया है. ध्वजारोहण करने के बाद बचाव कार्य में लग जाएंगे.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि SDRF, NDRF और सेना बचाव अभियान कर रहे हैं और लोगों की जान बचाने के लिए मौके पर मौजूद हैं... मैंने मंडी में अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया है. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम हमेशा की तरह चलेगा लेकिन हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि दो दिन तक घरों से न निकलें. साथ ही उन्होंने पर्यटकों से भी कहा है कि फिलहाल हिमाचल प्रदेश न आएं.
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि 20-25 लोग यहां (समर हिल, शिमला) मलबे में फंसे हुए हैं. राज्य में पिछले 24 घंटों में 21 लोगों की मृत्यु हुई है. मैं लोगों से घर के अंदर रहने, नदियों और भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की अपील करूंगा. बहाली का काम बारिश रुकते ही शुरू हो जाएगा.
शिमला समर हिल क्षेत्र में भूस्खलन हुआ. कुछ लोगों के मरने की आशंका, फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और राज्य मंत्री विक्रमादित्य सिंह मौके पर मौजूद हैं.
हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने कहा कि "यहां मलबे के नीचे से कुछ शव निकाले गए हैं; 10-15 लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं. लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. खराब मौसम के कारण मंडी जिले में 12-15 लोगों की मौत हो गई है."
मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने कहा कि मंडी से पंडोह मार्ग पर कई भूस्खलन की सूचना है. मंडी पठानकोट मार्ग पर, उरला गांव के पास मलबा आने की सूचना है, इसलिए यह सड़क भी बंद है. एसडीआरएफ की टीम मझवार में तैनात है, जहां से हमें दुर्घटनाओं की जानकारी मिली थी. सुबह से ही तीन जगहों पर एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है.
सीएम सुक्खू खुद शिमला स्थित शिव मंदिर पहुंचे. उन्होंने लिखा-प्रलय रूपी बारिश के कारण शिमला में समरहिल के समीप शिव मंदिर के पास भूस्खलन हुआ है.जिससे काफी लोग दब गए हैं. कुछ लोगों की दुःखद मृत्यु हुई है . मैं खुद घटनास्थल पर मौजूद हूं . युद्ध स्तर पर बचाव कार्य हो रहा है. मलबे के नीचे दबे लोगों को बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं .
CM ने उन्होंने एक बयान में कहा, “शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं. इस कठिन समय में हम आपके दर्द और दुःख में सहभागी हैं. हमने अधिकारियों को इस कठिन अवधि के दौरान प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि चार शव बरामद कर लिए गए हैं और पांच को बचा लिया गया है. तीन लापता लोगों का पता लगाने के लिए अभियान जारी है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि सात लोगों की मौत के बारे में सुनकर उन्हें दुख हुआ है.
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में सोमवार को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम सात लोग जिंदा दफन हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यह आपदा राज्य की राजधानी से करीब 60 किलोमीटर दूर धवला उप-तहसील के जादोन गांव में रविवार रात करीब 1.30 बजे घटी.
बैकग्राउंड
Himachal Cloudburst Live: हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से एक परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी है. पुलिस ने सोमवार को बताया कि रविवार रात को बादल फटने से दो मकान बह गए और हादसे में छह लोगों को बचाया गया है.
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गयी है.
इसके अलावा भूस्खलन के कारण शिमला के समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. बचाव अभियान चलाया जा रहा है. राज्य में भारी बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल और कॉलेज को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है.
राज्य में हो रही घटनाओं के बीच सीएम सुक्खू ने ट्वीट कर लोगों से अपील की है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर त्रासदी हुई है, पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. राज्य के विभिन्न हिस्सों से बादल फटने और भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं, जिससे बहुमूल्य जान-माल का नुकसान हुआ है. मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे फिसलन वाले क्षेत्रों से बचें.
एक अन्य ट्वीट में सीएम ने कहा कि शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में "शिव मंदिर" ढह गया. अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं. स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं. शांति
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