Himachal News: हिमाचल प्रदेश के 3148 स्कूल ऐसे हैं जो केवल एक अध्यापक के सहारे चल रहे हैं. हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक बलबीर सिंह वर्मा के एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरा जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार उन ग्रीष्मकालीन बंद स्कूलों को खोलने पर विचार करेगी जो कम नामांकन के कारण बंद हो गए थे. उन्होंने कहा कि इन स्कूलों को जरूरत के हिसाब से खोला जाएगा.
राज्य के 3145 स्कूलों में केवल एक शिक्षक
उन्होंने कहा कि राज्य में 455 स्कूलों में कोई शिक्षक नहीं है और 3145 स्कूल ऐसे हैं जिनमें केवल एक शिक्षक है, जिकके परिणामस्वरूप हिमाचल शिक्षा में 11वें स्थान पर खिसक गया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान देगी.
चार साल में केवल दो कॉलेज खोले गए
वहीं पिछली बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा कि पिछले चार साल में केवल दो कॉलेज खोले गए जबकि पिछले 6 महीने में दो दर्जन कॉलेज खोले गए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों के हजारों पद खाली पड़े हुए हैं.
'घरों के नजदीक खोले जाएं स्कूल'
वहीं बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि राज्य में कई गांव ऐसे हैं जो सड़क से नहीं जुड़े हैं और स्कूलों में नशे के बढ़ते चलने के कारण माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं. इसलिए हमें लोगों के घरों के नजदीक स्कूल खोलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकाघाट कॉलेज, जिसमें 40 छात्र हैं उसको भी सरकार ने बंद कर दिया है. वहीं एक अन्य बीजेपी विधायक जीत राम कटवाल ने कहा कि बंद किये गए स्कूलों फिर से खोला जाना चाहिए.
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में शिक्षा मंत्री ने शून्य नामांकन वाले 286 प्राथमिक और मध्य स्कूलों को बंद करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि इन स्कूलों के स्टाफ को स्टाफ की कमी से जूझ रहे स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
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