Himachal: सीएम सुक्खू ने आपदा पीड़ितों के लिए जारी किए 3500 करोड़ का राहत पैकेज, जानें- किसे मिलेगी कितनी राहत?
Himachal Pradesh Special Package: हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के कारण 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. अब सीएम सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा की है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने आपदा प्रभावित परिवारों के पुनरुत्थान और पुनर्वास के लिए विशेष राहत पैकेज (Special Package) की घोषणा की है. सीएम ने शनिवार को 3500 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. सीएम सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. बावजूद इसके सरकार अपने संसाधनों से आपदा प्रभावितों को राहत देने का काम करेगी. हिमाचल प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावितों को मिलने वाली राहत राशि में भी बढ़ोतरी की है. यह राशि 7 जुलाई से लेकर 30 सितंबर तक आपदा से प्रभावित लोगों को दी जाएगी.
आपदा में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए एक लाख 30 हजार रुपये के मुआवजे को साढ़े पांच गुना बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया गया है. राज्य में आपदा के कारण 3500 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा कच्चे घर को आंशिक नुकसान पर मुआवजा 25 गुना बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है, जबकि पक्के घर को आंशिक नुकसान पर पहले 6 हजार 500 रुपये की धनराशि दी जानी थी जो अब साढ़े 15 गुना बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है. राज्य में 6930 कच्चे घरों और 5549 पक्के घरों को आंशिक नुकसान हुआ है.
दुकान-ढाबों के नुकसान पर भी बढ़ाई राहत राशि
हिमाचल प्रदेश में दुकान या ढाबे को नुकसान होने पर मिलने वाले 25 हजार रुपये के मुआवजे को चार गुना बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है. इसके साथ ही गौशाला को नुकसान पर तीन हजार रुपये के स्थान पर राज्य सरकार 50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देगी. आपदा के कारण राज्य में 670 दुकानों और ढाबों के साथ 8 हजार 300 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं.
पशुधन खोने पर राहत राशि में बढ़ोतरी
सीएम सुक्खू ने कहा कि किरायेदार के सामान को नुकसान होने पर मिलने वाले 2 हजार 500 रुपये के मुआवजे में 20 गुना वृद्धि करते हुए राज्य सरकार उन्हें 50 हजार रुपये की मदद देगी. उन्होंने बताया कि ऐसे प्रभावितों की संख्या 1 हजार 909 है. इस मानसून सीजन में 96 गाय और भैंसों, 16 घोड़े और गधों के साथ 6 बछड़ों की मृत्यु हुई है, जिनके लिए सहायता राशि बढ़ाकर 55 हजार रुपये की गई है.
भूमि गंवाने वालों को राहत
कृषि और बागवानी योग्य भूमि को नुकसान पर 10 हजार रुपये प्रति बीघा दिया जाएगा. इसके साथ ही फसल के नुकसान पर मुआवजा आठ गुणा बढ़ाकर 4000 रुपये कर दिया गया है. इसके साथ ही कृषि और बागवानी योग्य भूमि से सिल्ट निकालने के लिए आर्थिक सहायता 1384.61 रुपये प्रति बीघा सेे बढ़ाकर 5000 रुपये की गई है.
अब तक प्रदेश को 9711.64 करोड़ रुपए का नुकसान
हिमाचल प्रदेश को भारी बारिश की वजह से 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 498 लोगों की जान गई, जबकि 515 लोग अलग-अलग घटनाओं में घायल हुए. इसके अलावा 40 लोग अब भी लापता हैं. हिमाचल प्रदेश में इस बार 201 जगह जमीन धंसने की भी घटनाएं दर्ज की गई, जो आज से पहले कभी नहीं हुआ था. प्रदेश में 10 अगस्त तक 6 हजार 746 करोड़ और 15 सितंबर तक 9 हजार 905 करोड़ रुपए का नुकसान केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है. प्रदेश आपदा प्राधिकरण के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, अब तक प्रदेश को 9711.64 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है.
CM सुक्खू का बीजेपी पर निशाना
उधर, सीएम सुक्खू ने कहा कि उन्होंने आपदा से लड़ाई नहीं लड़ी बल्कि युद्ध लड़ा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधानसभा सत्र के दौरान सरकारी संकल्प पारित कर केंद्र सरकार को भेजा गया. जब आपदा के वक्त पूरा प्रदेश एक साथ खड़ा हुआ, तब बीजेपी ने अपने कदम पीछे खींच लिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी को सिर्फ राजनीति करने के लिए ही राजनीति नहीं करनी चाहिए थी.