Himachal Pradesh News: देश भर में कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती को लेकर देश भक्तों में खासा उत्साह है. इस बीच श्रीनगर से हिमाचल प्रदेश के साथ पूरे देश के लिए एक दु:ख भरी खबर सामने आई है. श्रीनगर के नजदीक आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के जवान नायक दिलावर खान शहीद हो गए. 


आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया. वे भारतीय थल सेना में गनर थे और मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के रहने वाले थे. 28 साल के बलिदानी दिलावर खान का पार्थिव देह गुरुवार दोपहर दो बजे उनके पैतृक गांव लाया जाएगा. 


राजकीय सम्मान के साथ होगी अंतिम विदाई
भारत मां की रक्षा करते हुए बलिदान हुए दिलावर खान के पैतृक गांव घरवासड़ा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई की जाएगी. इस्लाम धर्म के नियमों के मुताबिक, उन्हें पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी जाएगी. दिलावर खान का जन्म मार्च 1996 में हुआ था और वे 20 जनवरी 2014 को मात्र 18 साल की उम्र में ही भारतीय सेना में भर्ती हो गए थे. उन्हें स्कूल के वक्त से ही भारतीय सेना में भर्ती होने का जुनून था. इसी जुनून ने उन्हें भारतीय सेना में शामिल करवाया और अब उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है.


सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा- CM सुक्खू 
वीर सैनिक दिलावर खान की शहादत पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री समेत सभी कैबिनेट मंत्रियों, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा, ऊना के उपायुक्त जतिन लाल समेत ऊना जिले के सभी अधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि  सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है, क्योंकि हमने प्रदेश का बेटा खोया है. भारत माता की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध उनका यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.


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