Watch: क्या BJP में जाएंगे हिमाचल के खेल मंत्री यादविंदर गोमा? CM सुखविंदर सुक्खू से रोते हुए कही ये बात
Himachal News: हिमाचल के जयसिंहपुर में खेल मंत्री यादविंदर गोमा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने भावुक हो गए. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि वे कभी बीजेपी में शामिल नहीं होंगे.
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान जो कुछ हुआ, उसका गवाह पूरा देश बना. कांग्रेस की बहुमत के बावजूद बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन की जीत हो गई. कांग्रेस के ही छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर हर्ष महाजन को जिता दिया. इसके बाद से ही प्रदेश में सियासी उथल पुथल जारी है. कई विधायकों के कांग्रेस और बीजेपी में जाने की चर्चा सियासी गलियारे में जोर शोर से हो रही है.
इसके साथ ही कई मंत्रियों के बीजेपी में जाने की चर्चा आए दिन सियासी पारा चढ़ा रही है. ऐसी ही चर्चा आयुष मंत्री यादविंदर गोमा को लेकर भी छिड़ी हुई है, जिसके चलते यादविंदर गोमा भावुक हो गए. हिमाचल प्रदेश सरकार में आयुष और खेल मंत्री यादविंदर गोमा जब अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करने के लिए मंच पर आए, तो वह अपने आंसू नहीं रोक सके. पहले उन्होंने मुख्यमंत्री का मंत्री पद दिए जाने को लेकर आभार व्यक्त किया और इसके बाद भावुक हो गए.
और फिर छलक पड़े आयुष मंत्री यादविंदर गोमा के आंसू...
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) March 14, 2024
CM @SukhuSukhvinder के सामने रोते हुए बोले- यादविंदर गोमा कभी भाजपा में नहीं जाएगा@ABPNews @yadvindergoma04 #Himachal pic.twitter.com/cPrOsKub7L
क्या बोले यादविंदर गोमा?
यादविंदर गोमा ने कहा कि 'कई लोगों ने उनके भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की बात कही. कुछ लोगों ने कहा यादविंदर गोमा बीजेपी में जा रहे हैं और कुछ ने तो यह कह दिया कि यादविंदर गोमा बीजेपी में चले ही गए. मुख्यमंत्री ने कई अन्य लोगों के सक्षम होने के बावजूद उन्हें मंत्री पद से नवाजा और इलाके की जनता का मान बढ़ाया'. मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी में कभी नहीं जाऊंगा और पूरे जोर के साथ कांग्रेस पार्टी के लिए कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करता रहूंगा.
हिमाचल की सियासत में हलचल जारी
बता दें राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट डाल दिया था. इसके बाद अल्पमत होने के बावजूद बीजेपी प्रत्याशी की जीत हो गई. हालांकि, बाद में कटौती प्रस्ताव और बजट पारण के दौरान भी शामिल न होने के चलते इन विधायकों की सदस्यता रद्द हो गई.
कांग्रेस के इन छह बागी नेताओं के बाद अन्य विधायकों के भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने की चर्चा रही. हालांकि, अब तक कोई भी विधायक राज्यसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में नहीं आया है. छह बागी विधायकों ने भी अपनी सदस्यता रद्द होने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.