Sardar Patel University Mandi: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने मंडी स्थित सरदार पटेल यूनिवर्सिटी का दायरा घटाया है. सरकार के इस फैसले का पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कड़ा विरोध किया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से सिर्फ संस्थाओं को बंद करने का काम कर रही है. अब विश्वविद्यालय का दायरा घटाकर इसे भी बंद करने की कोशिश की जा रही है. यही नहीं, छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तो कांग्रेस सरकार को इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी तक भी दी है. इस बीच हिमाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने जयराम ठाकुर पर पलटवार किया है.
जयराम ठाकुर पर राजनीतिक फायदा लेने का आरोप
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा है कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय (SPU- Mandi) का मुद्दा उठाकर वह केवल राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं. केवल मात्र अपने अहम की तुष्टि के लिए जयराम ठाकुर हजारों युवाओं के भविष्य को अंधकार में झोंकने पर अमादा हैं. सत्ता में रहते हुए जय राम ठाकुर ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय को केवल एक कॉलेज के भवन में शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि यहां गुणात्मक शिक्षा तो दूर यहां विद्यार्थियों के लिए कक्षा लगाने की सही व्यवस्था भी नहीं थी और न ही उनकी परीक्षाएं करवाने में विश्वविद्यालय सक्षम हो पाया. पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक लाभ को देखते हुए सरदार पटेल यूनिवर्सिटी खोली और विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया.
मंडी विश्वविद्यालय में नहीं था पर्याप्त स्टाफ- शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी में पर्याप्त टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ भी नहीं है. ऐसे में वहां पढ़ रहे विद्यार्थियों को उचित सुविधाएं कैसे मिल सकती हैं? इन हालात को देखते हुए कुछ कॉलेजों ने स्वयं लिख कर दिया था कि उन्हें सरदार पटेल यूनिवर्सिटी से हटाकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के साथ जोड़ा जाए, ताकि उनके यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मिल सके. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 500 से ज्यादा टीचिंग स्टाफ है और नॉन टीचिंग स्टाफ भी पर्याप्त संख्या में हैं.
'लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे नेता प्रतिपक्ष'
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का सरदार पटेल विश्वविद्यालय को बंद करने का कोई इरादा नहीं है और न ही इस विश्वविद्यालय को बंद किया जा रहा है, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए जयराम ठाकुर ने एक बार फिर सरदार पटेल विश्वविद्यालय का राग छेड़ दिया है. वह क्षेत्रीय भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. अच्छा होता कि सत्ता में रहते हुए वे विश्वविद्यालय खोलने के लिए पहले आधारभूत ढांचा विकसित करते. लेकिन, खेद की बात है कि उन्हें केवल अपने राजनीतिक लाभ की चिंता थी. बच्चों के भविष्य से उनका कोई लेना देना नहीं है. रोहित ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय की बात छेड़ कर वह लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राज्य के लोग भाजपा की इस छल की राजनीति से अच्छी तरह से वाकिफ हैं.