'चुनावी फायदे के लिए बीजेपी ने बिना बजट खोले संस्थान', CM सुक्खू का विपक्ष पर निशाना
Himachal Politics: हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि पिछली बीजेपी सरकार ने चुनावी लाभ के लिए बिना किसी बजट प्रावधान के नए संस्थान खोले. इससे जनता के धन को व्यर्थ बहाया गया.
Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के तहत भूरेश्वर महादेव मंदिर में शीश नवाया और मेले का भी शुभारंभ किया. उन्होंने मंदिर परिसर में भगवान शिव की मूर्ति का भी भक्तों के लिए लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, 'पिछली बीजेपी सरकार ने चुनावी लाभ के लिए बिना किसी बजट प्रावधान के नए स्कूलों की अधिसूचनाएं जारी की. इनमें सुविधाओं के नाम कुछ भी नहीं किया गया. पूर्व सरकार की नीतियों के कारण हिमाचल प्रदेश गुणात्मक शिक्षा के मामले में देश भर में 21वें स्थान पर पहुंच गया. कांग्रेस सरकार हर क्षेत्र में सुधारात्मक कदम उठा रही है. इसमें आ रही बाधाओं को जन सहयोग से पार किया जा रहा है'.
आज सिरमौर की पावन भूमि क्वागधार में स्थित भूरेश्वर महादेव में शीश नवाने का सौभाग्य मिला। भगवान शिव जी की कृपा आप सभी पर बनी रहे।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) November 11, 2024
इसके पश्चात सराहां में नव-निर्मित हेलिपैड का उद्घाटन किया और अनेक विकासात्मक परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं, जो क्षेत्र के समृद्ध भविष्य का प्रतीक… pic.twitter.com/5speKL8rGz
कांग्रेस सरकार ने छह हजार अध्यापकों के पद किए मंजूर
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रही है. इसके बदलाव भी सामने आ रहे है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने छह हजार अध्यापकों के पद मंजूर किए हैं.
तीन हजार अध्यापकों को बैचवाइज नियुक्ति दी गई है और तीन हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया जारी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार नए संस्थान खोलने की बजाय पहले से खोले गए संस्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टाफ उपलब्ध करवाने को प्राथमिकता दे रही है, ताकि बच्चों को सरकारी स्कूलों में बेहतर एवं गुणात्मक शिक्षा दी जा सके.
साल 2032 तक नंबर वन राज्य बनाने का संकल्प दोहराया
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन से हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है. हिमाचल प्रदेश को राज्य सरकार साल 2027 तक आत्मनिर्भर और साल 2032 तक सबसे समृद्ध राज्य बनाने के लिए काम कर रही है.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती से उगाई गई गेहूं और मक्की को 40 रुपये और 30 रुपये प्रति किलो के दाम पर खरीदा जा रहा है. गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य 32 से बढ़ाकर 45 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध का 47 से 55 रुपये प्रति लीटर किया गया है. इसके अलावा मनरेगा की दिहाड़ी को बढ़कार 300 रुपये किया गया है.