Himachal Pradesh: देवभूमि हिमाचल प्रदेश से जल्द ही अयोध्या के लिए छह बस रूट की शुरुआत होने जा रही है. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि हिमाचल दर्शन सेवा के तहत अलग-अलग धार्मिक स्थलों के लिए बसें चलाई जा रही हैं. जल्द ही अयोध्या के लिए भी बस की शुरुआत होगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से बात चल रही है. हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक टीम रेकी करने के लिए अयोध्या भी पहुंची हुई है. उन्होंने बताया कि हिमाचल दर्शन सेवा के तहत हरिद्वार के लिए 45 बस चल रही हैं. इसके अलावा वृंदावन, अमृतसर और ब्यास जैसे धार्मिक स्थलों के लिए भी बसें चलाई जा रही हैं. प्रथम दर्शन सेवा के तहत चलने वाली सभी बसों में यात्रा शुरू होने से पहले मंत्रोच्चारण होगा.
हिमाचल प्रदेश सरकार में परिवहन विभाग का जिम्मा संभाल रहे उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की 155वीं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में इलेक्ट्रिक बस की खरीद को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में रोजाना पांच लाख यात्री सफर करते हैं. एचआरटीसी आने वाले चार साल में करीब 1 हजार 900 बसों की खरीद करेगा. साल 2024 में 327 नई बसें खरीदी जाएंगी. इसके अलावा एचआरटीसी के बेड़े में नई वोल्वो बसें भी शामिल होंगी. इस बार एचआरटीसी जिन बसों के खरीद करेगा, उसमें लगेज रखने की भी सुविधा होगी.
हिमाचल में होगी नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की शुरुआत
हिमाचल पथ परिवहन निगम यात्रियों की सुविधा के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की भी शुरुआत करने जा रहा है. यह कार्ड मेट्रो और रेलवे स्टेशन के साथ अन्य राज्यों में भी चल सकेगा. इसके अलावा हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और यूपीआई के जरिए भी पेमेंट हो सकेगी. ऐसा करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य होगा. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि साल 2023 में हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 902 लोगों को रोजगार दिया है. जल्द ही नए ड्राइवर और कंडक्टर की भी भर्ती की जाएगी.
आय बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा एचआरटीसी
हिमाचल पथ परिवहन निगम आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि निगम अपनी आय बढ़ाने की दिशा में तेजी से कम कर रहा है. अक्टूबर 2023 में 7.5 करोड़ की तुलनात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. इसके अलावा नई लगेज पॉलिसी से भी हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 30 लाख रुपये की अतिरिक्त आय हुई है. हिमाचल पथ परिवहन निगम ने डेड माइलेज को भी काम किया है. एक साल में 1 लाख 33 हजार 709 किलोमीटर डेड माइलेज कम की गई है. अग्निहोत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश से बाहर चल रहे 200 बस रूट घाटे में हैं. इन्हें भी सोच-विचार के बाद बंद किया जा सकता है.
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