Shimla Tourism: शिमला में वीकेंड पर पर्यटकों की भारी भीड़, 12 घंटे में रिकॉर्ड 17 हजार गाड़ियों की एंट्री
Shimla News: शिमला पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए चार हॉल्टिंग पॉइंट बनाए हैं. शहर में ट्रैफिक बढ़ने की स्थिति में गाड़ियों को अलग-अलग जगह पर कुछ वक्त के लिए रोका जा रहा है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) में वीकेंड पर पर्यटकों की भारी भीड़ लगी हुई है. गर्मी के मौसम में पर्यटक भारी संख्या में शिमला के ठंडे मौसम का मजा लेने के लिए पहुंच रहे हैं. अप्रैल महीना खत्म होने को है और शिमला में अब भी ठंड बरकरार है. अप्रैल महीने में भी शिमला का मौसम दिसंबर की ठंड का एहसास करवा रहा है.
वीकेंड यानी शनिवार और रविवार को पर्यटक भारी संख्या में शिमला पहुंच रहे हैं. शनिवार सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक शिमला के शोघी बैरियर से 17 हजार गाड़ियां पहुंची. जहां एक तरफ पर्यटकों के पहुंचने से पर्यटन कारोबारी खासे उत्साहित हैं. वहीं दूसरी ओर व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है.
शिमला में चार ट्रैफिक हॉल्टिंग पॉइंट
शिमला पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए चार हॉल्टिंग पॉइंट बनाए हैं. शहर में ट्रैफिक बढ़ने की स्थिति में गाड़ियों को अलग-अलग जगह पर कुछ वक्त के लिए रोका जा रहा है. यह हॉल्टिंग पॉइंट तारादेवी, बायपास क्रॉसिंग, लालपानी और छराबड़ा में बनाए गए हैं. कुछ मिनट की हॉल्टिंग के बाद ट्रैफिक चलाया जाता है. इस हॉल्टिंग की वजह से शहर में ट्रैफिक जाम कम हो रहा है और पर्यटकों को कुछ हद तक कम परेशानी का सामना करना पड़ता है.
शिमला में पर्यटकों की भारी भीड़
पर्यटकों की आमद बढ़ने से पर्यटन कारोबारी खासे उत्साहित हैं. राजधानी शिमला के करीब 70 फीसदी होटल बुक हैं. इसके अलावा शिमला के प्रमुख पर्यटन स्थल रिज, मालरोड, जाखू मंदिर, तारादेवी, संकटमोचन और कुफरी में पर्यटकों की भारी भीड़ लगी हुई है. शनिवार को भी दिनभर पर्यटक हसीन वादियों में हर पल रंग बदलते मौसम का मजा लेते हुए नजर आए. रविवार को भी पर्यटकों का ऐसा ही जमावड़ा राजधानी शिमला में लगा हुआ है.
किस साल में आए कितने पर्यटक?
साल भारतीय विदेशी कुल पर्यटक (लाख में)
2012- 156.46 5.00 161.46
2013- 147.16 4.14 151.30
2014- 159.25 3.90 163.15
2015- 171.25 4.06 175.31
2016- 179.98 4.53 184.51
2017- 191.31 4.71 196.09
2018- 160.94 3.56 164.50
2019- 168.29 3.83 172.12
2020- 31.70 0.43 32.13
2021- 56.32 0.05 56.37
2022- 150.70 0.29 150.99