Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में 30 अप्रैल से ही मौसम लगातार खराब बना हुआ है. जहां एक ओर ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है. वहीं, मध्यम ऊंचाई और मैदानी इलाकों में बारिश का दौर जारी है. इसके अलावा ओलावृष्टि की वजह से भी फसलों को खासा नुकसान हो रहा है. लगातार हो रही बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. मई महीने में भी दिसंबर की ठंड का अनुभव हो रहा है.
जनवरी-फरवरी में हिमाचल प्रदेश के सभी इलाकों में औसत से कम बर्फबारी और बारिश हुई. अब गर्मियों से पहले एक बार फिर बरसात का मौसम लौट आया है. मौसम के खराब हुए इस चक्र की वजह से जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं, फसलों को भी भारी नुकसान हो रहा है.
सामान्य तापमान में 7 डिग्री तक की गिरावट
हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में सामान्य से 7 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है. तापमान में गिरावट की वजह से मई महीने में भी दिसंबर जैसी ठंड का अनुभव हो रहा है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति और किन्नौर जिला में बर्फबारी की वजह से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 7 मई तक प्रदेश भर में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है. इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
लोगों से एहतियात बरतने की अपील
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि बुधवार को भी विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान कुछ जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र ने ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की भी चेतावनी जारी की है. लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि की वजह से किसान-बागवानों को भारी नुकसान हो रहा है. आने वाले दिनों में बारिश की वजह से धुंध का भी अंदेशा है. इससे विजिबिलिटी भी कम होगी. मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों से एहतियात बरतने की भी अपील की है.
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