हिमाचल में आफत की बारिश! 85 सड़कें बंद, इन जिलों में बाढ़ का खतरा, जानें 5 जुलाई को कैसा रहेगा मौसम?
Himachal Heavy Rains: भारी बारिश के बाद हिमाचल के मंडी में 59, शिमला में 21, मंडी में चार और कांगड़ा में एक सहित 85 सड़कें बंद हैं. राज्य में बारिश के कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई.
Heavy Rains in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार (4 जुलाई) को जमकर बारिश हुई, इसके बाद सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. भारी बारिश के बाद कई जगहों पर ट्रैफिक प्रभावित हुआ. प्रदेश की 85 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गईं. शिमला मौसम कार्यालय ने गुरुवार को 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल में शुक्रवार (5 जुलाई) तक अलग-अलग जगहों पर आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है. इसके साथ ही मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ क्षेत्रों में अचानक बाढ़ का खतरा है.
भारी बारिश के बाद कहां-कहां सड़कें बंद?
भारी बारिश के बाद हिमाचल प्रदेश के मंडी में 59, शिमला में 21, मंडी में चार और कांगड़ा में एक सहित 85 सड़कें बंद हैं. स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के अनुसार, राज्य में बारिश के कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई. वहीं, बिजली के 17 ट्रांसफार्मर बाधित हो गए. चंडीगढ़-मनाली फोर-लेन राजमार्ग के मंडी और पंडोह के बीच का एक हिस्सा, जिसमें बुधवार को दरारें आ गई थीं, गुरुवार को धंस गया. मजबूरन अधिकारियों को केवल एकतरफा यातायात की इजाजत देनी पड़ी.
स्थानीय लोगों ने बताया कि लाखों रुपये खर्च करके एक रिटेनिंग दीवार का निर्माण किया गया था, लेकिन यह धंसने लगी है और लगभग दो फीट नीचे चली गई है. लोगों ने निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए. प्रोजेक्ट मैनेजर राज शेखर ने पहले कहा था कि घटनास्थल पर Tarring का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.
मौसम विभाग ने कहा कि मानसून की गतिविधि तेज होने की संभावना है और भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. अगले दो-तीन दिनों में ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम कार्यालय ने 6 और 7 जुलाई को भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट भी जारी की है.
हिमाचल में कहां कितनी हुई बारिश?
बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान की आशंका जताई गई है. कमजोर संरचनाओं को आंशिक नुकसान, तेज हवाओं और बारिश के कारण 'कच्चे' घरों और झोपड़ियों को मामूली नुकसान, यातायात में व्यवधान और निचले इलाकों में जलभराव के प्रति आगाह किया गया है. सुंदरनगर में 119 मिमी बारिश हुई है. बुधवार शाम से राज्य में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. पालमपुर में 109.4 मिमी, शिमला में 90.6 मिमी, गोहर में 80 मिमी, सोलन में 79.8 मिमी बारिश हुई.
इसके साथ ही मशोबरा में 78.5 मिमी, जोगिंदरनगर में 75 मिमी, बैजनाथ में 70 मिमी, मंडी में 68.2 मिमी, कुफरी में 59.2 मिमी बारिश हुई. कांगड़ा में 49.2 मिमी और नारकंडा में 48.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. शिमला जिले के नारकंडा में बुधवार रात सबसे कम न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ऊना दिन में सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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