Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि की वजह से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है. अप्रैल महीने के आखिरी दिन में भी शिमला में दिसंबर महीने की ठंड का एहसास हो रहा है. ओलावृष्टि की वजह से जहां एक ओर किसान बागवानों को खासा नुकसान हुआ है. वहीं दूसरी तरफ आम जन जीवन भी प्रभावित हुआ है.


ओलावृष्टि की वजह से नगर निगम शिमला के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राजनीतिक दलों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. पार्टियों ने आखिरी दिन ताबड़तोड़ दौरों के प्लान बनाए थे. यह प्लान भी ओलावृष्टि के साथ ही धुल गया. ओलावृष्टि की वजह से शिमला के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. दोपहर के वक्त शुरू हुई ओलावृष्टि की वजह से जहां सड़कों पर फिसलन बढ़ गई. वहीं दूसरी तरफ फसलों को भी खासा नुकसान हुआ है. बेमौसम हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने किसान-बागवानों की परेशानियां बढ़ा कर रख दी है.


आज भी हो रही बारिश
वहीं बागवानों की साल भर की मेहनत पर ओलावृष्टि पानी फेर रही है. किसान नेताओं ने बागवानों को उचित मुआवजा देने की भी मांग उठाई है. ऐसे में येलो अलर्ट के बीच रविवार को शिमला में ओलावृष्टि के साथ झमाझम बारिश हो रही है. राजधानी में दिन में ही अंधेरा छा गया. सड़कों पर ओलों की सफेद चादर जम गई. प्रदेश में लगातार छह दिन मौसम खराब रहने के आसार हैं. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 30 अप्रैल से 5 मई तक प्रदेश के कई भागों में बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई है. 1 और 2 मई के लिए भारी बारिश, ओलावृष्टि व अंधड़ चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी शिमला समेत प्रदेश के अन्य भागों में मौसम खराब बना हुआ है.

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