Watch: हिमाचल प्रदेश से सामने आया बर्फबारी का मनमोहक वीडियो, अगर नहीं देखेंगे तो जिंदगी भर रहेगा अफसोस!
हिमाचल प्रदेश (Himahcal Pradesh) में 16 जनवरी से और ज्यादा बर्फबारी की उम्मीद है, क्योंकि राज्य में रविवार से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. ऐसे में कुछ हिस्सों में बर्फबारी और बारिश हो सकती है.
Snowfall in Himachal Pradesh: बर्फबारी का लुत्फ उठाने के शौकीनों के लिए हिमाचल प्रदेश से बहुत ही अच्छी खबर है. यहां इन दिनों जमकर बर्फबारी हो रही है. मंडी में ताजा बर्फबारी होने के बाद चारों तरफ बर्फ की मोटी परत देखने को मिली. वहीं बर्फबारी की वजह से प्रदेश का अधिकतर हिस्सा बर्फ की सफेद चादर के नीचे ढंका नजर आ रहा है. यहां हुई भारी बर्फबारी की वजह से मनु ऋषि मंदिर भारी बर्फ से ढका बहुत खूबसूरत दिख रहा है. वहीं सैलानियों का पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस सोलंग घाटी में पर्यटक बर्फ के साथ मस्ती करते देखे जा सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश में 16 जनवरी से और ज्यादा बर्फबारी की उम्मीद है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ की ताजा लहर रविवार से राज्य में आ रही है. एक पश्चिमी विक्षोभ रविवार को हिमाचल से टकराएगा, जबकि दूसरा पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार से राज्य में बादल लाएगा. राज्य के कुछ हिस्सों में रविवार से बर्फबारी और बारिश हो सकती है. इस बीच राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार को राज्य के निचले पहाड़ी और मैदानी इलाकों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है. इस बीच चंबा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी और शिमला जिलों में 228 सड़कें इस वक्त बर्फबारी की वजह से बंद हैं.
शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंचा तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक लाहौल-स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, शिमला, चंबा और मंडी के अधिकांश हिस्सों में रात का तापमान हिमांक बिंदु से नीचे बना हुआ है. केलांग लाहौल-स्पीति जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान शून्य से 13.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. किब्बर, हिक्किम, लंग्जा, कोमिक, लोसर, काजा और लाहौल-स्पीति जिले के कई अन्य हिस्सों में तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे है. रात में कड़ाके की ठंड के साथ राज्य के निचले हिस्सों में घना कोहरा परेशानी का सबब बना हुआ है.
बर्फबारी से बिजली और पानी आपूर्ति भी प्रभावित
भारी बर्फबारी की वजह से राज्य में बिजली सेवा भी प्रभावित हुई है. बर्फबारी के बाद बंद पड़ी एक सौ उनासी बिजली वितरण ट्रांसफार्मरों को अभी तक बहाल नहीं किया जा सका है. वहीं 42 पेयजल योजनाएं बंद पड़े हैं. मनाली-अटल सुरंग मार्ग केवल स्थानीय निवासियों के लिए खोला गया है, जिन्हें अपने चार पहिया वाहनों पर सिस्सू तक जाने की अनुमति दी गई है. हालांकि पर्यटकों को केवल नेहरू कुंड तक ही जाने दिया जा रहा है, जिसके आगे बर्फ और बर्फ जमा होने के कारण सड़क बेहद फिसलन भरी है. बर्फ की मोटी परत से ढके ऊपरी क्षेत्रों में ढलानों पर अब भी हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है.