Himachal Pradesh Strong Room: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) के लिए 12 नवंबर को ही मतदान हो चुका है. इस बीच कई विधानसभा क्षेत्रों में स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर कांग्रेस (Congress) पार्टी के कार्यकर्ता ने अपने तंबू गाड़ रखे हैं. हिमाचल बीजेपी (BJP) ने इसे लेकर चुनाव आयोग (Election Commission) को शिकायत की लिखी है. मामले पर हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग (Manish Garg) का कहना है कि स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं का कैंप करना नियमों के खिलाफ नहीं है.

 

उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के एजेंट स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर कैंप कर सकते हैं. उन्हें सुविधा प्रदान करना चुनाव आयोग की ड्यूटी के तहत आता है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों का स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर कैंप करना कोई नई बात नहीं है. साथ ही उन्होंने बीजेपी की ओर से प्राप्त शिकायत को लेकर कहा कि उन्होंने इसे जिला अधिकारियों के पास भेज दिया है. प्रदेश में कोई भी काम नियमों की परिधि के बाहर नहीं किया जा जाएगा.

 

स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा पूरी तरह पुख्ता

हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि स्ट्रॉन्ग रूम में रखी ईवीएम मशीन और वीवीपैट पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि स्ट्रांग रूम में तीन स्तर की सुरक्षा रखी गई है. कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के स्ट्रांग रूम में नहीं जा सकता. सिर्फ अधिकृत व्यक्तियों को ही परमिशन के बाद जाने की अनुमति है और प्रवेश मिल सकता है. मनीष गर्ग ने आश्वासन देते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव पूर्ण कराने के लिए प्रतिबद्ध है और स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा पूर्ण रूप से पुख्ता है.

 


 

लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रही है कांग्रेस: बीजेपी

दरअसल हिमाचल कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद लगातार स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही है. कई विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता कैंप कर बाहर बैठे हैं. सोमवार को ही हिमाचल बीजेपी ने कांग्रेस पर स्ट्रॉन्ग रूम की 200 मीटर की परिधि में बैठने के आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को शिकायत सौंपी. हिमाचल बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रही है. ऐसे में चुनाव आयोग को नियमों के खिलाफ काम कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए.

 

चुनाव आयोग ने 6 कर्मचारियों को किया था सस्पेंड

इससे पहले 12 नवंबर को मतदान के दिन रामपुर विधानसभा क्षेत्र के दत्तनगर बूथ पर कुछ कर्मचारी अपने निजी गाड़ी में ईवीएम को ले जाते पाए गए थे. इस पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने सभी छह कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया था. उसी वक्त से कांग्रेस पार्टी लगातार ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है. हालांकि, चुनाव आयोग ने आश्वस्त किया है कि स्ट्रांग रूम में रखी ईवीएम और वीवीपैट पूरी तरह सुरक्षित हैं.