HP Assembly Session: क्या अमृत महोत्सव के नाम पर हुआ सरकारी धन का दुरुपयोग? सदन में इस सवाल पर भिड़ीं कांग्रेस-BJP
HP Vidhan Sabha Session: विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान पूर्व BJP सरकार के दौरान अमृत महोत्सव में खर्च हुए धन का प्रश्न उठा. इस पर कांग्रेस और बीजेपी के सदस्यों के बीच जमकर गहमागहमी देखने को मिली.
HP Vidhan Sabha Monsoon Session 2023: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के छठे दिन पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर गहमागहमी देखने को मिली. पहले ही प्रश्न पर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने हो गए. प्रश्न संख्या- 631 के तहत सत्तापक्ष के सदस्य संजय रतन ने सरकार से सवाल पूछा था कि 31 नवंबर 2022 तक सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव में पूर्व सरकार के वक्त कितने रुपए खर्च किए? इस पर सरकार की ओर से जवाब मिला कि आजादी के अमृत महोत्सव पर कुल 6 करोड़ 93 लाख 238 रुपए का खर्च आया. इसके बाद अनुपूरक प्रश्न में संजय रतन ने पूछा कि क्या बीजेपी ने चुनावी फायदे के लिए इस महोत्सव का आयोजन किया? उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के लोगों को आखिर क्यों आमंत्रित नहीं किया गया?
इस पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जवाब दिया कि इन कार्यक्रमों का आयोजन चुनावी फायदा लेने के लिए किया गया. यह कार्यक्रम केंद्र सरकार का था और इसमें राज्य सरकार के पैसे खर्च किये गए. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में आजादी के नायकों के परिवार के लोगों को बुलाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस पर सदस्य संजय रतन ने सरकार से पूछा कि क्या दाड़ी में जो शहीद मेमोरियल बन रहा है, उसका काम पूरा किया जाएगा? इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वह इस बारे में जानकारी लेकर इस मेमोरियल का काम पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार स्वतंत्रता सेनानी और देश के शहीदों का पूरा सम्मान करती है.
'क्या केंद्र के कार्यक्रमों से अलग कर सकती है राज्य सरकार?'
हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से मिले जवाब के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हम संघीय व्यवस्था में रहते हैं. ऐसे में केंद्र की ओर से जो कार्यक्रम आते हैं, उसे राज्य सरकार करती है. उन्होंने पूछा कि क्या मौजूदा सरकार खुद को केंद्र सरकार के कार्यक्रमों से अलग कर सकती है? उन्होंने कहा कि यदि संजय रतन को किसी कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया तो यह त्रुटि हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ कि कार्यक्रम में आजादी के नायकों को नहीं बुलाया गया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने लोकतंत्र प्रहरी सम्मान योजना के तहत इमरजेंसी के दौरान जेल गए नेताओं की पेंशन बंद करने को लेकर मुख्यमंत्री से सवाल किया.
'विस्तृत चर्चा लाने के बाद देंगे जवाब'
इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज किया. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर इन दिनों परेशान लग रहे हैं. वह खुद को राज्य सरकार को केंद्र की नीतियों से अलग करने की बात कर रहे हैं, लेकिन हमने ऐसी कोई बात नहीं की. उन्होंने कहा कि आज कल जय राम ठाकुर को रात के वक्त नींद नहीं आ रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर लोकतंत्र प्रहरी को लेकर एक विस्तृत चर्चा लेंगे, तब वह इस बात का जवाब सदन में ही देंगे. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि देश के लोकतंत्र में इमरजेंसी काला इतिहास है.
ये भी पढ़ें: HP Assembly Session: विधानसभा में गूंजा IAS अधिकारी के खिलाफ लिखे गए वायरल पत्र का मामला, सीएम सुक्खू ने दिया ये बयान