Shimla News: शिमला ग्रामीण के 16 मील के नजदीक एक पांच मंजिला इमारत देखते ही देखते जमींदोज हो गई. यह इमारत नेशनल हाईवे के साथ बनी हुई थी. इमारत के आसपास पहले ही दरारें आने के चलते इसे खाली करवा लिया गया था. ऐसे में इस बड़े हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. हालांकि मकान मालिक की उम्र भर की पूंजी मकान के साथ ही मिट्टी हो गई. हादसा दोपहर के वक्त हुआ.


पुलिस ने नेशनल हाईवे पर एहतियातन रोक दी थी आवाजाही


शिमला में थाना बालूगंज के प्रभारी दीपक ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने सूझबूझ के साथ पहले ही नेशनल हाईवे पर आवाजाही एहतियातन बंद करवा दी थी. जानकारी के मुताबिक, जमींदोज हुई इमारत के साथ दूसरे प्लॉट पर कटिंग का काम चल रहा था. इसी के चलते इस इमारत में दरारें आ गई. दरारें आने के बाद मकान की नींव कच्ची हुई और यह बड़ा हादसा हो गया. जमींदोज हुई इमारत के ठीक पीछे लॉ यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग भी है. ऐसे में यहां भी खतरा पैदा हो चुका है. जो इमारत दोपहर के वक्त गिरी, उसका इस्तेमाल पेइंग गेस्ट के तौर पर होता था. यहां यूनिवर्सिटी के छात्र ही बतौर पेइंग गेस्ट रह रहे थे.


धूप खिले होने के बावजूद गिर गई इमारत


शिमला में जनवरी के महीने में न के बराबर ही बारिश हुई है. इससे पहले पिछले साल जुलाई-अगस्त के महीने में जो इमारतें गिरी, वह बारिश के कारण गिरी थी. जनवरी महीने में हिमाचल प्रदेश में 100 फीसदी तक कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. लगातार लगने वाली धूप के बावजूद इस तरह इमारत का गिर जाना हर किसी को हैरान कर देने वाला है. शिमला में यहां इस तरह की पहली घटना है.


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