Chitta Suppliers in Shimla: हिमाचल प्रदेश में ड्रग्स का बढ़ता प्रचलन राज्य सरकार के साथ समाज के लिए भी चिंता का विषय है. प्रदेश के कुछ युवाओं का ध्यान इन दिनों शराब-सिगरेट के नशे से भी बढ़कर सिंथेटिक ड्रग्स पर है, जो और भी ज्यादा खतरे की ओर इशारा करता है. प्रदेश में चिट्टे के आदी हो चुके कई युवाओं ने अपनी जान तक गवा दी. युवाओं को नशे से बचने के लिए शिमला पुलिस का चिट्टा तस्करों के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है.


शिमला पुलिस की गिरफ्त में कई बड़े तस्कर


मंगलवार को शिमला पुलिस ने एक अंतरराज्यीय तस्कर (Interstate Drug Peddler of Chitta) को 180 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया. इससे पहले ठियोग में भी अंतरराज्यीय तस्कर को 100 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया था. शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी (SP Shimla Sanjeev Gandhi) ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल पुलिस ने अब तक 400 एफआईआर दर्ज की है. साथ ही 650 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. यह लगभग 150 फीसदी ज्यादा की बढ़ोतरी है. उन्होंने कहा कि पुलिस सरगना के साथ चिट्टा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इन चिट्टा तस्करों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस के एक्शन के बाद शिमला में चिट्टे की सप्लाई पर भी बड़ा असर पड़ा है.


ड्रग्स को खत्म करना पुलिस की प्राथमिकता 


शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस का ध्यान सप्लाई चेन तोड़ने पर है. पुलिस चिट्टा तस्करी में शामिल बड़े आरोपियों की कमर तोड़ने की कोशिश में लगी है. अब तक जो बड़े तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं, उनकी प्रॉपर्टी फ्रीज करने का भी काम किया गया है. यह प्रॉपर्टी न केवल हिमाचल में फ्रीज की गई हैं, बल्कि अन्य राज्यों में भी प्रॉपर्टी फ्रीज करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार एक्शन मोड में काम कर रही है. ड्रग्स को शिमला से खत्म करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है.