HPSSC: हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार का बड़ा फैसला, निलंबन के बाद अब कर्मचारी चयन आयोग को किया भंग
HPSSC Dissolve: हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित राज्य सचिवालय में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवाएं भी खत्म कर दी गई हैं.
Himachal Pradesh Staff Selection Commission: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) को भंग कर दिया है. अब कर्मचारी चयन आयोग के स्थान पर लोक सेवा आयोग परीक्षा की प्रक्रिया को पूरा करेगा. इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 26 दिसंबर 2022 को कर्मचारी चयन आयोग की फंक्शनिंग को निलंबित कर दिया था.
शिमला स्थित राज्य सचिवालय में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवाएं भी खत्म कर दी गई हैं. इन कर्मचारियों को अन्य विभाग में जाने का ऑप्शन दिया गया है. अधिकारियों और कर्मचारियों को सरप्लस में डाल दिया गया है. जल्द इन कर्मचारियों को अन्य विभागों में मर्ज किया जाएगा.
भर्ती प्रक्रिया में लगातार हो रही थी धांधली
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं में लगातार धांधली हो रही थी. विजिलेंस की जांच में यह बात सामने आई कि अधिकतर पेपरों में नियमों का उल्लंघन किया गया है. सीएम सुक्खू ने कहा कि ज्यादातर पेपरों को बेचने का काम किया गया. विजिलेंस इसकी जांच कर रहा है. कई लोगों को मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य मामलों में भी भविष्य में गिरफ्तारी हो सकती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन साल से कर्मचारी चयन आयोग में भर्तियों में भारी धांधली हुई. लाखों रुपए में पेपर बेचने का काम किया गया.
लोक सेवा आयोग पूरी करेगा सभी परीक्षाओं की प्रक्रिया
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि कर्मचारी चयन आयोग के स्थान पर अब लोक सेवा आयोग सभी परीक्षाओं की प्रक्रिया को पूरा करेगा. उन्होंने कहा कि जो परीक्षाएं अभी होनी हैं, उन्हें भी लोक सेवा आयोग ही पूरा करेगा. इसके अलावा बची हुई प्रक्रिया को भी आयोग पूरा करवाएगा. उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की मामले में संपलिप्तता पाई जाएगी उन पर सख्ती से कार्रवाई होगी.