Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ महीने बाकी हैं. ऐसे में बीजेपी समेत पूरा व‍िपक्ष चुनाव की तैयार‍ियों में जुट गया है. इस बार के चुनाव में बीजेपी की नजर जहां हैट्रिक जमाने पर है. वहीं कांग्रेस समेत दूसरे दल बीजेपी को सत्‍ता से बेदखल करने की पुरजोर कोश‍िश कर रहे हैं. ऐसे में टाइम्स नाउ नवभारत के सर्वे के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अभी अगर लोकसभा चुनाव हुए तो सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली कांग्रेस को जीरो से एक सीट मिलने की संभावना है. वहीं बीजेपी को तीन से चार सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. जबकि, अन्य को जीरो सीट मिलने की अशंका है.


कांग्रेस नेताओं में असंतोष


दरअसल, महाराष्ट्र में सियायी हलचल के बीच अब हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मिशन लोटस पर चर्चा जोरों पर है. सोशल मीडिया में पर कांग्रेस नेताओं के बीच फैले असंतोष को लेकर मिशन लोटस के बारे में चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है. दरअसल, सियासत अनिश्चितता, उथल-पुथल और परेशानी से भरी रहती है. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुए सात महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के सामने भी कई परेशानियां खड़ी हुई हैं.


जानकारों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार न होना नेताओं के बीच असंतोष का सबसे बड़ा कारण है. इसके अलावा होली लॉज गुट को हाशिए पर धकेलने की कोशिश भी कांग्रेस के लिए परेशानी का की बड़ी वजह है. यही नहीं, कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी सात महीने के छोटे से वक्त में ही खुलकर सामने आने लगी है. ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.


सभी दल NDA से मिलना चाहती है- अनुराग ठाकुर


वहीं एनसीपी को एनडीए में शामिल होने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के सभी दल एनडीए के साथ विकास के लिए मिलना चाहते हैं. एनसीपी से इसकी शुरुआत हुई है. हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से लगातार ऑपरेशन लोटस की चर्चाएं जोरों पर रही. महाराष्ट्र में हुई सियासी उथल-पुथल के बाद एक बार फिर इस चर्चा को जोर मिल रहा है. भारतीय जनता पार्टी के नेता भी गाहे-बगाहे ऑपरेशन लोटस सरकार को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश कर रही है. फिर बात चाहे चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस के विधायकों के गायब होने की चर्चा की हो या फिर अब कांग्रेस विधायकों में असंतोष की.


बीजेपी ने सभी चार लोकसभा सीटों पर हासिल की थी जीत


2019 के संसदीय चुनावों में, राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी ने सभी चार लोकसभा सीटों को बरकरार रखा, क्योंकि उसके उम्मीदवारों ने रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की. हमीरपुर के मौजूदा सांसद अनुराग ठाकुर, कांगड़ा के उम्मीदवार किशन कपूर, शिमला के उम्मीदवार सुरेश कश्यप और मंडी के मौजूदा सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को हराकर अपनी-अपनी सीटें जीत लीं. राष्ट्रीय क्रिकेट संघों के पूर्व प्रमुख अनुराग ठाकुर के लिए यह लगातार चौथी जीत थी. उन्होंने कांग्रेस विधायक राम लाल ठाकुर के खिलाफ 3.81 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की.


2019 के चुनाव में 45 प्रत्याशी थे मैदान में


कुल 38,01,793 मतदाताओं (52,62,126 योग्य लोगों में से 72.25 प्रतिशत) ने 19 मई, 2019 को 17वीं लोकसभा के लिए अपने प्रतिनिधियों का चयन करने के लिए एक ही चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चारों सीटों पर एक महिला समेत 45 प्रत्याशी मैदान में थे. लोकसभा चुनावों में मतदाताओं ने परंपरागत रूप से राज्य में पार्टी के पक्ष में रहने के साथ, 2019 के चुनावों को राज्य की 17 महीने पुरानी जय राम ठाकुर सरकार पर जनमत संग्रह के रूप में देखा गया था.




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