Himachal Monsoon Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र जारी है. विधानसभा में शुक्रवार को उस वक्त पर चढ़ गया, जब नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपने घर पर ड्रोन से जासूसी के आरोप लगाए. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठाया. उन्होंने कहा कि शिमला के रामचंद्र चौक पर उनका जो आधिकारिक आवास है, वहां ड्रोन घूमता रहता है. चारों तरफ ड्रोन घूम कर सर्विलांस कर रहा है और उन पर नजर रखी जा रही है. यह सरासर निजता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि आज सुबह बीजेपी विधानसभा के लिए आ रहे थे, तब भी 9:30 पर उनके घर पर ड्रोन देखा गया.


शिमला के SP पर जयराम ठाकुर के गंभीर आरोप


जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले तो उन्हें यह सब कुछ सामान्य लगा, लेकिन इसके बाद उन्होंने देखा कि यह ड्रोन उनके दरवाजों और खिड़की तक आ रहा है. जयराम ठाकुर ने बताया कि उनके सरकारी आवास के नजदीकी शिमला के पुलिस अधीक्षक का भी सरकारी आवास है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह ड्रोन एसपी के सरकारी आवास से ही उड़ाया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि फोन तो पहले से ही टैप किये जा रहे हैं, लेकिन अब ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है या गलत परंपरा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सियासी उथल-पुथल के वक्त भी उनके घर की तरफ आने वाली गाड़ियों की तस्वीर खींची जाती थी और पूरी नजर रखी जा रही थी.


गलत परंपरा शुरू न करने का आग्रह


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार से आग्रह किया कि इन चीजों को बंद कर दिया जाए. उन्होंने अधिकारियों को भी चेतावनी दी. जयराम ठाकुर ने कहा कि अधिकारियों को अपने सीमा में रहने की जरूरत है. उन्होंने चेतावनी देते यह भी कहा कि भविष्य के लिए यह चीज दर्ज हो जाती हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि यह उनके और उनके परिवार की निजता का उल्लंघन है. ऐसे में सरकार को यह सब बंद करना चाहिए. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह इस मामले को देखेंगे. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर इस मामले में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से जवाब चाहते थे. फिलहाल, मुख्यमंत्री की इस पूरे मामले में प्रतिक्रिया का इंतजार है.


वहीं औद्योगिकी कॉलेज के मुद्दे पर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया. विपक्ष ने विधानसभा परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह वॉक आउट दर्ज नहीं होगा, क्योंकि के एक विधायक अनिल शर्मा सदन में बैठे रहे. इसे वॉक आउट की जगह प्रोटेस्ट के तौर पर ही दर्ज किया जाएगा.


इसे भी पढ़ें: सीएम सुक्खू की इस अपील पर भड़के बीजेपी विधायक, 'सरकार से न रखें कोई उम्मीद, जनता करे...'