Himachal Pradesh News: नीति आयोग की बैठक में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल नहीं हुए. मुख्यमंत्री के बैठक में शामिल होने पर संशय था. आखिरकार उन्होंने बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला लिया. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी बैठक में नहीं पहुंचे.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी नीति आयोग की बैठक से दूरी बनाई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के बाद बगावती तेवर दिखाए.
दिल्ली में होने के बावजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नीति आयोग की बैठक से गैर हाजिर रहे. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा. उन्होंने मुख्यमंत्री के नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए CM
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग की बैठक को राजनीति से अलग रखना चाहिए. राजनीति करने के कई मौके मिलते हैं, लेकिन ऐसे मामलों में राजनीति नहीं करना ठीक नहीं है. जयराम ठाकुर ने कहा, "मुख्यमंत्री को पहले प्रदेश के हितों को आगे रखना चाहिए. नीति आयोग की बैठक में शामिल न होने से राज्य को नुकसान होगा." उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के हितों का आगे रखने का मौका गंवा दिया. उन्होंने हिमाचल प्रदेश जैसे छोटा राज्य के लिए केंद्रीय सहयोग को जरूरी बताया.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने साधा निशाना
जयराम ठाकुर ने कहा, "सुक्खू सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती है. बीते साल आई आपदा के बाद अब तक पुनर्निर्माण का कार्य नहीं हो सका. मंडी में 12 पुल टूटे, लेकिन अब तक एक का भी निर्माण नहीं हुआ. सवाल राज्य सरकार की तरफ से जारी राशि पर भी है. आपदा प्रभावितों तक पहुंची भी या नहीं." उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. प्रदेश के अस्पतालों में हिमकेयर का लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है.
जयराम ठाकुर ने आर्थिक संसाधनों को जुटाने के लिए राज्य सरकार की कैबिनेट सब कमेटी को रस्म अदायगी बताया. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलने का काम करती है. सरकार बोलती कुछ है और करती कुछ है." उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क का 30 करोड़ दोबारा केंद्र सरकार को लौटाना भी गलत है.
'आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है सुक्खू सरकार'
जयराम ठाकुर ने जानना चाहा कि सलाह मुख्यमंत्री को कौन देता है. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की प्रदेश के हितों में रुचि ही नहीं है. 18 महीने के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है." नेता प्रतिपक्ष ने ऊना में बल्क ड्रग पार्क के साथ नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस पार्क की शर्तें बदलने को गलत ठहराया.
उन्होंने कहा, "हिमाचल प्रदेश सरकार लगातार कर्ज लेने का काम कर रही है. तत्कालीन जयराम सरकार ने पांच साल में जितना कर्ज लिया था, उतना सुखविंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने 18 महीने में ही ले लिया है. राज्य की जनता को समझ नहीं आ रहा कि आखिर लोन का धन खर्च कहां किया जा रहा है.
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