Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को दो साल का कार्यकाल 11 दिसंबर को पूरा होने जा रहा है. इससे एक दिन पहले शिमला में भारतीय जनता पार्टी ने विशाल जन आक्रोश रैली निकाली. इस दौरान सरकार से 10 गारंटियों को लेकर सवाल पूछे गए. साथ ही राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल को पूरी तरह विफल करार दिया गया.


बीजेपी नेताओं ने पूछा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जो 10 गारंटी दी थी, उसका क्या हुआ. साथ ही आरोप लगाए गए की कांग्रेस ने बीते दो साल में सिर्फ और सिर्फ अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने का काम किया है. कांग्रेस सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से राज्य की आम जनता त्रस्त है. इस जन आक्रोश रैली में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और विशेष तौर पर हिमाचल बीजेपी प्रभारी श्रीकांत शर्मा और सह प्रभारी संजय टंडन मौजूद रहे.


दो साल का कार्यकाल पूरी तरह विफल
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, ''बीते दो साल का कार्यकाल पूरी तरह विफल रहा है. बीते दो साल में राज्य का विकास पूरी तरह ठप हो चुका है और हर वर्ग परेशान हुआ है. अब 11 दिसंबर को सरकार जश्न मनाने जा रही है''. उन्होंने कहा कि यह जश्न नहीं, बल्कि जश्न-ए-बर्बादी है.


उन्होंने कहा कि जनता भी यह सवाल पूछ रही है कि आखिर दो साल में ऐसा क्या किया गया, जिसका जश्न मनाया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने यह फैसला लिया कि सरकार की असलियत को जनता तक ले जाने का काम करेगी. इसके लिए लगातार राज्य के अलग-अलग हिस्सों में धरना प्रदर्शन किया जा रहे हैं और विपक्ष कांग्रेस सरकार की सच्चाई जनता तक पहुंचा रहा है.


जयराम ठाकुर का CM सुक्खू पर निशाना
इससे पहले मंडी की जनसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, "एक क्रशर संचालक 'ज्ञानू भाई' पर सरकार की विशेष कृपा रही. वह आपदा के दौरान पूरे प्रदेश में इकलौता खनन करने वाला व्यक्ति था. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से उसकी गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उसे नहीं जानते, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में यह साफ दिख रहा था कि गिरफ्तार आरोपी को वह अपनी सरकारी गाड़ी में घूमते हैं, उसे सीएम ऑफिस लेकर आते हैं. वीडियो में तो यह भी साफ दिख रहा है कि मुख्यमंत्री महोदय गाड़ी से उतर कर आरोपित का गेट खोलने आगे बढ़ते हैं. ''


 जयराम ठाकुर ने कहा, ''इतनी नजदीकी के बाद ईडी की गिरफ्त में आते ही मुख्यमंत्री महोदय कहते हैं कि मैं उसे जानता नहीं हूं. हमीरपुर और नादौन का रहने वाले हर व्यक्ति से मुझे जोड़ना ठीक नहीं हैं. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि वह प्रदेश के लोगों को बताएं कि जिसे गाड़ी में घुमाते हैं, उन्हें पहचानने से इंकार क्यों करते हैं? हिमाचल प्रदेश में अब भ्रष्टाचार और अराजकता की आंच सीएम ऑफिस और सीएम तक पहुंच गई है. सरकार के हेलीकॉप्टर में आउटसोर्स भर्ती माफिया घूम कर करोड़ों की डील कर रहा है".


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