पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल से मिले जयराम ठाकुर, पैर छूकर लिया आशीर्वाद और किया बड़ा दावा
Lok Sabha Elections 2024: जयराम ठाकुर ने समीरपुर पहुंचकर पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल का आशीर्वाद लिया. इस दौरान उनके साथ निर्दलीय विधायक होशियार सिंह और आशीष शर्मा भी मौजूद रहे.
Himachal Pradesh Lok Sabha Election 2024: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल से उनके निवास स्थान पर पहुंचकर मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ निर्दलीय विधायक होशियार सिंह और आशीष शर्मा भी मौजूद रहे.
जयराम ठाकुर अपने साथ कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो को भी मुलाकात के लिए प्रो. प्रेम कुमार धूमल के पास ले गए. यह मुलाकात भुट्टो की सियासी जरूरत भी थी. जयराम ठाकुर ने प्रो. प्रेम कुमार धूमल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. दोनों ने मुलाकात के दौरान हिमाचल प्रदेश में 1 जून को होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ छह विधानसभाओं के उप चुनाव को लेकर चर्चा की है.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने समीरपुर पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल का आशीर्वाद लिया. नेता प्रतिपक्ष ने 4 जून को हिमाचल में भाजपा की सरकार बनाने का दवा दोहराया है.@ABPNews @jairamthakurbjp @BJP4Himachal #LokSabhaElection2024 pic.twitter.com/Od531HgHZd
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) March 31, 2024
जयराम ठाकुर का बड़ा दावा
मुलाकात के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल उन सभी के नेता हैं. उन्होंने कहा कि प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री रहते हुए जो काम किए, वह सभी के लिए प्रेरणा है.
उन्होंने कहा कि इसी प्रेरणा के साथ भारतीय जनता पार्टी आगे भी बढ़ रही है. जयराम ठाकुर ने कहा कि यह अपनी तरह का अलग चुनाव है. हिमाचल में लोकसभा के साथ छह विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव भी होने हैं. तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होने के बाद तीन अन्य विधानसभा क्षेत्र में भी कुछ चुनाव की संभावना है.
नेता प्रतिभा जय राम ठाकुर ने अपने दावे को दोहराते हुए कहा कि 4 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के साथ हिमाचल में भी भाजपा की सरकार बनेगी.
CM सुक्खू पर जयराम ठाकुर का निशाना
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार 28 फरवरी को ही बहुमत खो चुकी है. सरकार ने भले ही तकनीकी रूप से बहुमत साबित करने की कोशिश की हो, लेकिन वास्तव में सरकार अल्पमत में है.
बजट के दिन जानबूझकर भाजपा के 15 विधायकों को सस्पेंड किया गया. पुलिस जवानों की मदद से विधायकों को बाहर निकाला गया. उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को जब राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में वोट डाला था, तभी मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए था.
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