Himachal Political Crisis: हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने स्पीकर द्वारा विधायकों के सस्पेंशन को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि हिमाचल के इतिहास में आज तक ऐसे नियमों की धज्जियां नहीं उड़ाई गई. जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा के अंदर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की संख्या 25 है लेकिन यह आंकड़ा अब बढ़कर 34 हो गया है.


बीजेपी नेता ने कहा कि जब कल राज्यसभा का चुनाव हुआ और हम जीते हैं. उसके बाद स्वाभाविक रूप से सरकार के ऊपर बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दौरान अलग-अलग फाइनांसियल बिल पर वोटिंग होती है और हर बार होती है. उनके पास यह संकट खड़ा हो गया कि अगर बजट पास नहीं हुआ तो सरकार गिर जाएगी. इसके लिए उनके पास एक ही तरीका था कि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों का नंबर हम कैसे कम कर सके.






जयराम ठाकुर ने कहा कि 15 विधायक जिसमें मैं भी शामिल हूं उन्हें आज सस्पेंड किया गया बिना किसी कारण सस्पेंड किया गया. उन्होंने कहा कि हम सस्पेंड तब होते हैं जब हम सदन की कार्रवाई में बाधा डालते हैं, जबकि ऐसा नहीं था.


उन्होंने कहा कि हम सारी विषयों को लेकर सदन के अंदर बात करने को तैयार थे लेकिन उसके बावजदू हमारा सस्पेंशन किया गया ताकि कांग्रेस की सरकार बचाई जा सके. हमारा सस्पेशन होने के बाद उनके बजट पेश करने की गुंजाइश निकल आई और उन्होंने बजट पास किया.


जयराम ठाकुर ने कहा ''मुझे हैरानी इस बात को लेकर है कि 100 सौ से ज्यादा मार्शल हमें विधानसभा से उठाने के लिए बुलाए गए और वे हमें उठाने लगे. हमने कहा कि हम सदन के अंदर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा कि सारे नियमों की धज्जियां उड़ा दी गई और विधानसभा के अध्यक्ष अपने आप को कानूनविद मानते हैं. हालांकि मैं व्यक्तिगत रूप से कुछ कह नहीं सकता हूं कि आसन के प्रति मेरा सम्मान है लेकिन आज तक विधानसभा के स्पीकर ने कभी इस तरह नियमों की धज्जियां नहीं उठाई.''


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