Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार और सचिवालय कर्मचारी महासंघ के बीच इन दिनों ठनी हुई है. ये सीधी लड़ाई लंबित डीए और एरियर को जारी करने की मांग पर छिड़ी है. कर्मचारी महासंघ सीधे तौर पर राज्य सरकार को फिजूलखर्ची के लिए दोषी ठहरा रहा है और साथ ही अपने देनदारी के भुगतान की मांग भी कर रहा है. 


इस बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा ही कर्मचारी हितैषी होने के बड़े-बड़े बयान दिए. वो कर्मचारियों को अपने परिवार का सदस्य बताते हैं. अब उन्हें कर्मचारियों के मुद्दें सुलझाने के लिए कुछ करना भी चाहिए.


'कर्मचारियों के लिए कुछ करें CM सुक्खू'


जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री हर भाषण में खुद को कर्मचारियों का हितैषी बताते हैं. कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की. न तो तब बीजेपी ने इसका विरोध किया और न ही अब भाजपा इसका विरोध कर रही है. लेकिन, सवाल ये है कि इसके बाद राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों के किसी मुद्दे को नहीं सुलझाया. 


'बीजेपी ने कर्मचारियों के हित में काम किया'


हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों के हर मुद्दे पर कांग्रेस सरकार का नकारात्मक रवैया रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के समय कर्मचारियों के मसलों का समाधान करने की कोशिश की गई. उन्हें वक्त पर सारे भुगतान किए जाते रहे. उन्होंने कहा कि भले ही हर समस्या का समाधान न हो पाया हो, लेकिन तत्कालीन बीजेपी सरकार ने कर्मचारियों के हित में काम किया. इन दिनों राज्य के सरकारी कर्मचारी और मंत्रियों के बीच जो द्वंद छिड़ा है, वो भी दुर्भाग्यपूर्ण है.


सोमवार शाम बीजेपी विधायक दल की बैठक


जयराम ठाकुर ने कहा कि सोमवार शाम बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में राज्य सरकार को जनता के मुद्दों पर घेरने की रणनीति तैयार होगी. राज्य सरकार के सामने विपक्ष जोर-जोर से जनता के हित के मुद्दे उठाएगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में सीमेंट के बैग के दाम 10 रुपये बढ़ा दिए गए हैं. 


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हाल ही में सीमेंट के बैग के दाम 10 रुपये बढ़ा दिए गए हैं. जब से कांग्रेस सत्ता में आई, तब से इन दामों में 70 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है. अब कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए कि वह आखिर क्यों सीमेंट के दाम पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं. विपक्ष में रहते हुए तो कांग्रेस खूब शोर मचाती थी. अब उन्हें इसका जवाब देना चाहिए. जब से सत्ता में कांग्रेस आई है, तब से राज्य का विकास ठप पड़ा हुआ है.


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