Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश की राजनीति में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के संबंध भले ही मधुर हों, लेकिन दोनों ही सियासतदान एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते. मंगलवार (14 जनवरी) को जयराम ठाकुर ने शिमला स्थित अपने सरकारी आवास पर लोक निर्माण और जल शक्ति विभाग में ठेकेदारों की पेमेंट वक्त पर न होने को लेकर सवाल खड़े किए. इस पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी पलटवार कर दिया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार को दो साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है. लोक निर्माण विभाग के साथ जल शक्ति विभाग के ठेकेदार परेशान हैं. यह ठेकेदार प्रक्रिया के तहत टेंडर भरते हैं और टेंडर अवार्ड होने के बाद काम पूरा करते हैं. दो साल का लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी ठेकेदारों की पेमेंट नहीं हो रही है.
उन्होंने कहा कि यह ठेकेदारों की तरफदारी करने की बात नहीं है, लेकिन वक्त पर पेमेंट किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के पास एक हजार करोड़ और जल शक्ति विभाग के पास 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की पेमेंट पेंडिंग है. जयराम ठाकुर ने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि ठेकेदार भी पेमेंट न मिलने से मजबूर होकर आत्महत्या की तरफ बढ़ें.
विक्रमादित्य सिंह ने क्या कहा?
नेता प्रतिपक्ष के इस बयान पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर को कोई न कोई विषय बोलने के लिए चाहिए होता है. अब वह ठेकेदारों की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ठेकेदार भी हिमाचल प्रदेश के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को ठेकेदारों से ज्यादा आम जनता की चिंता होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि मंगलवार (14 जनवरी) सुबह ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और आला अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है. छोटे ठेकेदारों की पेमेंट पूरी करने के लिए 80 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा रही है. जल्द ही यह राशि लोक निर्माण विभाग के पास आ जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी ठेकेदारों की पेमेंट चरणबद्ध तरीके से हो रही है. ऐसे में सरकार नेता प्रतिपक्ष को इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए.
ये भी पढ़ें- Himachal: HRTC ड्राइवर ने दी जान, मौत से पहले RM पर गंभीर आरोपों का वीडियो वायरल, जांच के आदेश