Himachal Pradesh: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार नौकरी हासिल करने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं. करीब चार साल पहले अभ्यर्थियों ने जेओए-आईटी पोस्ट कोड- 817 परीक्षा दी, लेकिन अब तक भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुए हैं. गुरुवार को अभ्यर्थी सुबह करीब 8 बजे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करने के लिए पहुंच गए, लेकिन यह मुलाकात देर रात 10 बजे हुई. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ओए-आईटी- 817 अभ्यर्थियों को संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इसके बाद अभ्यर्थी सुबह दोबारा मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर मुलाकात करने के लिए पहुंच गए.


जेओए-आईटी- 817 अभ्यर्थियों का कहना है कि अभी लंबे वक्त से भर्ती परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट भी रिजल्ट घोषित करने के आदेश दे चुका है, लेकिन बावजूद इसके उनका परिणाम घोषित नहीं किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने साल 2020 के भर्ती नियमों के मुताबिक अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग देने के लिए कहा है, लेकिन सरकार अब तक इन अभ्यर्थियों को जॉइनिंग नहीं दे सकी है. पहले बीजेपी सरकार और अब कांग्रेस सरकार से यह अभ्यर्थी खासे परेशान नजर आ रहे हैं. सिरमौर से आए अभ्यर्थी सौरभ शर्मा ने कहा कि उन्हें गुरुवार रात मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री तो भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करना चाहते हैं, लेकिन तीन मंत्री और अधिकारी इसके विरोध में हैं.



कानूनी पहलुओं पर कर रहे विचार-विमर्श- सीएम सुक्खू 


जेओए-आईटी- 817 अभ्यर्थियों के साथ मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांगड़ा 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम के लिए निकले. यहां मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अभ्यर्थियों के साथ मुलाकात की है. सभी कानूनी पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के बाद इस विषय में कोई फैसला लिया जाएगा. गौरतलब है कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सार्वजनिक मंचों से भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की बात कह चुके हैं.


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