'समोसा' मामले के बाद CM सुक्खू के सामने आया 'जंगली मुर्गा', डिनर पर जयराम ठाकुर का तंज- यहां तो पिकनिक हो रही
Sukhvinder Singh Sukhu Dinner: कुपवी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री के डिनर पर जंगली मुर्गा परोसा गया. जंगली मुर्गा मारना कानूनी अपराध है. ऐसे में बीजेपी ने सरकार को एक बार फिर घेर लिया है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की परेशानी थमने का नाम ही नहीं ले रही है. समोसे प्रकरण के बाद अब जंगली मुर्गे ने सरकार को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है. मुख्यमंत्री ने न तो समोसा खाया था और न ही जंगली मुर्गा, लेकिन फिर भी विपक्ष के पास बैठे-बिठाए सरकार को घेरने का मौका हाथ लग गया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कुपवी दौरे पर थे.
शिमला जिला के दूरदराज का यह इलाका बेहद दुर्गम है. मुख्यमंत्री 'सरकार- आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत यहां पहुंचे थे. रात करीब नौ बजे जब डिनर परोसा गया, तो इसमें जंगली मुर्गा भी शामिल था.
राज्य सरकार की ओर से स्पष्टीकरण का इंतजार
हालांकि मुख्यमंत्री ने जंगली मुर्गा नहीं खाया, लेकिन वह वीडियो में अन्य लोगों से नॉन वेज खाने के लिए पूछते हुए नजर आ रहे हैं. इससे पहले ही सोशल मीडिया पर एक मेन्यू भी वायरल हो गया था, जिसमें मुख्यमंत्री के डिनर में जंगली मुर्गा शामिल था. इस पूरे घटनाक्रम में अब तक सरकार की ओर से कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है.
CM सुक्खू के डिनर पर परोसा गया जंगली मुर्गा
डिनर में जो जंगली मुर्गा परोसा गया, वह वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कानून अपराध है. जंगली मुर्गा सुरक्षित प्रजाति की श्रेणी में आता है. ऐसे में जंगली मुर्गा मारना कानून अपराध है. मुख्यमंत्री ने खुद भी डिनर करते वक्त मजाकिया लहजे में यह पूछा कि उन्होंने जंगली मुर्गा कैसे मारा. इसके बाद महफिल में ठहाके तो लगे, लेकिन कोई जवाब नहीं आया.
जिस वक्त मुख्यमंत्री डिनर कर रहे थे, उस वक्त मौके पर जिला के आला अधिकारी भी मौजूद थे. अब सोशल मीडिया पर इसे लेकर खूब सवाल खड़े किए जा रहे हैं. शुक्रवार रात से ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. भारतीय जनता पार्टी को भी बैठे-बिठाये सरकार को घेरने का मौका मिल गया है.
जनता के घर द्वार जाकर लोगों की समस्याओं के निराकरण करने की हमारी योजना ‘जनमंच’ के फुलके जिन्हे खल रहे थे वह आज गाँव गाँव जा कर पिकनिक मना रहे हैं और क्या कर रहे है जनता सब देख रही है 🧐
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 14, 2024
संरक्षित प्रजाति के जंगली मुर्गा खाने वालों को जेल होती है, जुर्माना होता है लेकिन… pic.twitter.com/NjtN0iDjXN
जयराम ठाकुर बोले- यह तो पिकनिक मना रहे
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को घेरते हुए लिखा- "जनता के घर द्वार जाकर लोगों की समस्याओं के निराकरण करने की हमारी योजना ‘जनमंच’ के फुलके जिन्हें खल रहे थे, वह आज गांव-गांव जाकर पिकनिक मना रहे हैं. वे क्या कर रहे हैं, जनता सब देख रही है.
संरक्षित प्रजाति के जंगली मुर्गा खाने वालों को जेल होती है. इसका जुर्माना होता है, लेकिन मुख्यमंत्री महोदय मुर्गा खिलाने का पहले मेन्यू छपवाते हैं और फिर अपने मंत्रियों को अपने सामने चटखारे ले लेकर खिलाते हैं. क्या यही व्यवस्था परिवर्तन है".
बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने CM सुक्खू को घेरा
भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुधीर शर्मा ने जंगली मुर्गा पर उसने को लेकर खड़े हुए विवाद पर सवाल खड़े किए हैं सुधीर शर्मा ने कहा कि यहां बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री का एक मेन्यू वायरल होता है और उसके बाद मुख्यमंत्री का ही एक वीडियो सामने आता है. इसमें जंगली मुर्गा परोसा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जंगली मुर्गा मारना कानूनी तौर पर अपराध है और इसमें सजा का भी प्रावधान है.
सुधीर शर्मा ने कहा कि इस मामले में के वन विभाग के आला अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए. इस संबंध में भारत सरकार के भी स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं. सुधीर शर्मा ने कहा कि दक्षिण भारत में इस प्रजाति की पूजा भी की जाती है. सुधीर शर्मा ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय से मांग उठाई कि वह इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करें.
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