Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में मंडी संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी कंगना रनौत लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रही हैं. मंडी में प्रचार के दौरान कंगना रनौत ने एक बार फिर से बिना नाम लिए कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि शहजादा मेरे बारे में अपमानजनक टिप्पणी करते रहते हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अब हमें अपनी बेटियों को सशक्त बनाने की जरूरत है. 


मंडी संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी कंगना रनौत ने कहा, ''शहजादा मेरे बारे में अनाप शनाप बोलते रहते हैं कि मैं अपवित्र हूं. मुझे हिमाचल छोड़कर चले जाना चाहिए. ये हमारा हिमाचल है. सारी दुनिया यहां पर आती है. आपको अपनी बेटियों को सम्मान देना होगा ताकि यहां कि हर बहन बेटी आगे आ सके और कोई भी बेटियों के पहनावे या उसके खानपान या उसकी तरक्की पर या उनकी आकांक्षाओं को लेकर इस तरह की अभद्र टिप्पणी न कर सके''.


मैं कहीं भागने वाली नहीं हूं- कंगना रनौत


मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार कंगना रनौत ने आगे कहा, ''मैं यही कहना चाहती हूं कि हम पहाड़ी औरतें बहुत मेहनती होती हैं. पहाड़ी लड़कियों से ज्यादा मेहनती कोई नहीं होती है. पहाड़ पर चढ़ना वो भी बच्चा बांधकर, पशुओं को पालना, उसके साथ में अपना घर और परिवार चलाना, उनके लिए खाना बनाना ये पहाड़ी औरतें ही कर सकती हैं. मैं कहती हूं जो पहाड़ी महिलाओं में जो ताकत है वो पूरी दुनिया में नहीं है''.




उन्होंने आगे कहा, ''ये लोग डरा धमाकाकर मुझे भगा देंगे. मैं कहीं नहीं भागने वाली हूं. मैं यही रहकर आपलोगों की सेवा करूंगी. मैं फिल्म इंडस्ट्री में भी अपना नाम कमाया है और आपकी सेवा में भी कोई कमी नहीं छोड़ूंगी. पीएम नरेंद्र मोदी को जिताना है और उनका नारा है अबकी बार 400 के पार तो हम भरोसा दिलाते हैं कि हिमाचल से सभी 4 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे.'' कंगना रनौत ने जय श्रीराम का नारा भी लगाया.


विक्रमादित्य सिंह ने खुली बहस की दी चुनौती?


कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कंगना रनौत पर तंज कसते हुए कहा, ''वे टपोरी शब्दावली का इस्तेमाल कर रही हैं. वो जिस तरह की भाषा शैली का इस्तेमाल कर रहे हैं वो हिमाचल की संस्कृति में तो नहीं है. ये टपोरी भाषा है, जो मुंबई में ज्यादा इस्तेमाल होता है. अगर उस तरह की शब्दावली का प्रयोग वो यहां पर कर रही हैं तो उनको तो मैं नमस्कार ही कह सकता हूं. उन्हें जो पहनना है, वो पहनें. हमें उससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन समस्या ये है कि लग रहा है जैसे कोई फिल्म की शूटिंग चल रही है. जहां जाती हैं वहां का पहनावा पहन लेती हैं. ऐसे चुनाव नहीं लड़े जाते हैं''.


विक्रमादित्य सिंह ने आगे कहा, ''ये कोई गंभीरता नहीं है. लोगों को प्रभावित करने का ये सिर्फ बनावटी चेहरा है. इन्हें हिमाचल और देश के इतिहास के बारे में जानकारी नहीं है. मैं उनको फिर से ओपन चैलेंज कर रहा हूं. मैं उन्हें खुली चुनौती देता हूं कि वो मंच पर आकर हिमाचल के मुद्दों और अपने विजन को लेकर मुझ से खुली बहस करें." 


ये भी पढ़ें:


Bank Holidays in Himachal: मई महीने में लगातार इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, वक्त रहते निपटा लें जरूरी काम