Himachal News: हिमाचल प्रदेश में भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन से एक लापरवाही की खबर सामने आई है जिसने लोगों को हैरानी में डाल दिया है. दरअसल 29 जनवरी को एक व्यक्ति ने पानी के लिए कोट गांव के पास निर्माण किए जा रहे रेलवे की सुरंग नंबर 14 पर काम शुरू किया था. उसने बोरवेल के लिए ड्रिलिंग मशीन लगाई थी जिसका पाइप 30 मीटर नीचे जाते ही रेललाइन की सुरंग को आर-पार कर गया.


जब लोहे का पाइप सुरंग के आर-पार हो गया तो सुरंग के निर्माण में जुटे लोगों की उसपर नजर गई. पहले तो उन्हें समझ नहीं आया कि आखिर यह पाइप कहां से आया, लेकिन बाद में पता चला कि सुरंग के ऊपर कोई व्यक्ति बोरवेल का काम करवा रहा है. मामले का पता चलने के बाद बोरवेल का काम बंद करवाया गया.


बोरवेल का काम करवाने वाले पर मुकदमा दर्ज
जानकारी के मुताबिक बोरवेल का काम करवा रहे व्यक्ति का नाम मदन लाल है जिसने बोरवेल की खुदाई कराने को लेकर प्रशासन को सफाई दी है. मदनलाल ने लिखित में जवाब दिया है कि उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि ड्रिलिंग मशीन का पाइप सुरांग के आर-पार हो जाएगा. साथ ही मदनलाल का कहना है कि बोरवेल का काम रुकवाने की वजह से उसे 70 हजार का नुकसान हुआ है और इसका उसे कोई मुआवजा भी नहीं दिया गया है. वहीं कंपनी और प्रशासन की तरफ से उनपर मुकदमा भी दायर कर दिया गया है. ऐसे में मदनलाल ने मुकदमा हटाने की मांग की है.


ड्रिलिंग से हुआ सुरंग में छेद, बन सकता है खतरा
वहीं सुरंग का निर्माण करने वाली डीबीएल कंपनी के पदधिकारी राकेश आनंद का कहना है कि ड्रिलिंग मशीन की पाइप की वजह से सुरंग में छेद हो गया है. 2200 मीटर लंबी बनाए जानी वाली ये सुरंग 200 मीटर से ज्यादा बनाई जा चुकी है. लेकिन ड्रिलिंग से हुए छेद की वजह से सुरंग में खतरा हो सकता है. पदधिकारी के मुताबिक जब ट्रेन सुरंग के नीचे से गुजरेगी तो पहाड़ में कंपन होगी जिससे सुरंग के ध्वस्त होने का खतरा होगा इसलिए रूट बदलना पड़ सकता है.


ये भी पढ़ें: Himachal Old Pension Scheme: जयराम ठाकुर का कांग्रेस सरकार पर तंज, कहा- 'हिमाचल में आती नहीं दिख रही OPS'