Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के लिए जुलाई का महीना किसी कयामत से कम नहीं रहा. जुलाई महीने की शुरुआत में ही हिमाचल प्रदेश में तबाही का ऐसा मंजर दिखा, जैसा बीते 50 सालों में नहीं देखा गया था. विशालकाय पहाड़ों ने बता दिया कि यह जितने खूबसूरत हैं, उतने ही खतरनाक भी. प्रकृति से छेड़छाड़ किस कदर भारी पड़ सकती है, इसका सभी ने प्रत्यक्ष प्रमाण खुद अपनी आंखों से देख लिया. हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बारिश ने जमकर तबाही मचाई.


प्रदेश के मंडी, कुल्लू और मनाली में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली. व्यास और सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से बड़ी-बड़ी इमारतें धराशाई होती नजर आईं. यही नहीं, पहाड़ों को जोड़ने वाली सड़कें और पुल भी तिनके और ताश के पत्तों की तरह बह गए. प्रदेश भर से आई इन तस्वीरों ने हर किसी को डरा कर रख दिया. मंगलवार को मौसम का साथ मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने मिलकर कुल्लू-मनाली सड़क को बहाल करने का काम किया. मंगलवार देर शाम ही यहां वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी गई. 


करीब चार हजार करोड़ रुपये का नुकसान
हिमाचल प्रदेश पुलिस के जवान कुल्लू-मनाली से बाहर निकल रही गाड़ियों की जानकारी अपने रिकॉर्ड में दर्ज कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों पर पहले पर्यटकों की गाड़ियों को कुल्लू-मनाली और मंडी से बाहर निकाला गया. पर्यटक भारी बारिश की वजह से बीते तीन दिनों से इन्हीं इलाकों में फंसे हुए थे. हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में पर्यटकों के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद , प्रशासन ने उन्हें अपनी जान जोखिम में डालकर बचाने का काम किया. हालांकि भारी बारिश की वजह से 29 लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी और प्रदेश को करीब चार हजार करोड़ रुपए का नुकसान भी हुआ.


फिर मुस्कुराने लगे हैं पहाड़
लगातार हो रही बारिश से तबाही का मंजर अब छंटता हुआ नजर आ रहा है. हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत पहाड़ अब एक बार फिर मुस्कुराने लगे हैं. हालांकि आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज फिर बिगड़ने वाला है. लेकिन, बीते तीन दिनों में देखी गई तबाही का मंजर अब हिमाचल भविष्य में कभी देखना नहीं चाहेगा. जगह-जगह से दिल दहला देने वाली तस्वीरों ने हर किसी को डरा कर रख दिया. हालांकि अब हिमाचल प्रदेश में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और प्रदेश में एक हजार से ज्यादा बंद पड़ी सड़कों को भी बहाल करने का काम किया जा रहा है.


ग्राउंड जीरो पर हिमाचल प्रदेश सरकार
मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ग्राउंड जीरो पर उतर कर हालातों का जायजा लिया. न केवल हालात देखे गए बल्कि तबाही में फंसे लोगों से बातचीत कर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने का भरोसा भी दिया गया. सरकार के साथ पूरा प्रशासनिक अमला ग्राउंड जीरो पर है. हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही के बीच बिछुड़ों को अपनों से मिलाने के लिए सोशल मीडिया भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. हिमाचल प्रदेश पुलिस फेसबुक और ट्विटर पर लगातार लोगों के बारे में जानकारी साझा कर रही है.


इसके अलावा देशभर के अलग-अलग राज्यों से लोग अपनों की जानकारी भी पुलिस से सोशल मीडिया के जरिए ही मांग रहे हैं. हिमाचल प्रदेश के पहाड़ अब फिर मुस्कुरा रहे हैं, लेकिन आने वाले वक्त में मौसम का मिजाज फिर बिगड़ेगा. इस बीच एक बार फिर एहतियात बरतने की जरूरत है.


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