Vikramditya Singh attacks Jairam Thakur: आपदा के बीच भी हिमाचल प्रदेश की राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर वार-पलटवार जारी है. इस बीच हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramditya Singh) ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) कॉन्फिडेंशियल बातें लीक न करने की सलाह दी है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को यह सब शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि वे जिस कुर्सी पर बैठे हैं, यह व्यवहार उसके मुताबिक नहीं है.


इससे पहले हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया था. नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे से लोक निर्माण विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी गायब रहे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को हर जानकारी लेने के लिए बार-बार फोन पर बात करनी पड़ रही थी. पूर्व मुख्यमंत्री ने इस स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था. पूर्व मुख्यमंत्री के इसी बयान पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया.


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मौके पर मौजूद क्यों नहीं थे अधिकारी?


वहीं, जब लोक निर्माण मंत्री से उनके विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे से नदारद होने को लेकर सवाल पूछा गया, तो विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के दौरे पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और वे लोक निर्माण मंत्री के तौर पर खुद मौजूद थे. इस विषय में मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री सबसे अहम हैं और दोनों ही मौके पर मौजूद थे. ऐसे में यहां किसी अधिकारी की मौजूदगी का सवाल नहीं है. उन्होंने कहा कि जहां मुख्यमंत्री खुद मौजूद हो, वहां अधिकारियों के बारे में चर्चा का कोई विषय नहीं है.


मामले में कूदे पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष


लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस बयान पर चुराह के विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह अभी युवा हैं. दूसरी बार चुनाव जीतने पर ही उन्हें मंत्री बनने का मौका मिल गया. डॉ. हंसराज ने कहा है कि विक्रमादित्य सिंह के पास एक अहम विभाग का जिम्मा है, उन्हें सोच समझकर बयानबाजी करनी चाहिए. लेकिन, उन्हें काम करने का तरीका पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सीख लेना चाहिए. वह कम से कम अपने पिता वीरभद्र सिंह के काम की नकल तो कर ही सकते हैं.


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