हिमाचल कांग्रेस में हलचल तेज, बिट्टू ने छोड़ी कांग्रेस तो बागी गंगूराम मुसाफिर ने फिर की वापसी
Himachal Loksabha Elections 2024: 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर पच्छाद से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले गंगूराम मुसाफिर ने आज पार्टी में वापसी की है.
Himachal Loksabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव होने हैं. इस बीच कहीं अपनों का पार्टी छोड़कर जाना, तो कहीं बागियों का पार्टी में वापसी करना जारी है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर पच्छाद से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले गंगूराम मुसाफिर की आज हिमाचल कांग्रेस में वापसी हो गई. मुसाफिर के चुनाव लड़ने की वजह से कांग्रेस की दयाल प्यारी बीजेपी की रीना कश्यप से चुनाव हार गई थी.
वहीं आज ही हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. गंगूराम मुसाफिर ने शनिवार को शिमला स्थित राजीव भवन पहुंचकर पूरे दलबल के साथ कांग्रेस में वापसी की. इस दौरान हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी और हिमाचल विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार भी मौजूद रहे. एबीपी न्यूज ने 12 अप्रैल को ही भविष्य में गंगूराम मुसाफिर की कांग्रेस में वापसी से जुड़ी खबर दिखा दी थी.
प्रतिभा सिंह ने किया मुसाफिर का स्वागत
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले गंगूराम मुसाफिर की वापसी बेहद अहम है. उनके पार्टी में वापस आने के चलते कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि शिमला संसदीय क्षेत्र को भी कांग्रेस भारी बहुमत के साथ जीतेगी.
गंगूराम मुसाफिर जिला सिरमौर के तहत आने वाली पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं. वह मंत्री के साथ विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे. जिला सिरमौर शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत आता है.
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले गंगूराम मुसाफिर की आज हिमाचल कांग्रेस में वापसी हो गई. मुसाफिर के चुनाव लड़ने की वजह से कांग्रेस की दयाल प्यारी बीजेपी की रीना कश्यप से चुनाव हार गई थी.@ABPNews @INCIndia pic.twitter.com/RDCtTqUn82
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) April 20, 2024 [/tw]
गंगूराम मुसाफिर के चुनाव लड़ने से बिगड़ा था खेल
बता दें कि जिला सिरमौर के तहत आने वाले पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने दयाल प्यारी को चुनावी मैदान में उतारा था. इस पर गंगूराम मुसाफिर ने पार्टी से बगावत कर दी थी. विधानसभा चुनाव में गंगूराम मुसाफिर को 13 हजार 187, कांग्रेस की दयाल प्यारी को 17 हजार 358 और बीजेपी की रीना कश्यप को 21 हजार 215 वोट पड़े.
इस तरह यहां भी बगावत की वजह से भारतीय जनता पार्टी को जीत मिल गई. रीना कश्यप हिमाचल प्रदेश विधानसभा में जीत हासिल करने वाली एक मात्र महिला विधायक भी हैं.
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