Himachal News: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) का गृह राज्य है हिमाचल प्रदेश. हिमाचल में बीता कुछ वक्त भाजपा की सियासत के लिहाज से ठीक नहीं रहा है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हिमाचल कांग्रेस (Congress) ने लगातार दो करारी शिकस्त दी. जिस वक्त देश में भारतीय जनता पार्टी का डंका बज रहा था, उस वक्त पर भाजपा के लिए दो बड़ी हार का सामना करना किसी बड़े झटके से कम नहीं था और जब बात बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से जुड़ी हो, तो इसे उनकी साख से भी जोड़कर देखा जा रहा था.


कांग्रेस ने भाजपा को बैकफुट पर धकेला!


साल 2021 में हुए मंडी लोकसभा के उपचुनाव और तीन विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त मिली. यहां कांग्रेस ने 4-0 की बढ़त बनाकर भाजपा को बैकफुट पर धकेल दिया. इसके बाद साल 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा को 44 सीटों से सीधा 25 सीटों पर आकर खड़ा होना पड़ा. भाजपा के लिए यह हार बहुत बड़े झटके के रूप में देखी गई. भारतीय जनता पार्टी की हार की एक बड़ी वजह अंदरूनी गुटबाजी और गलत टिकट आवंटन भी बनी.


हार से भाजपा ने ली है सीख?


भारतीय जनता पार्टी की नजरें अब साल 2024 के लोकसभा चुनाव पर हैं. भाजपा चाहती है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में किया प्रदर्शन दोबारा दोहराया जा सके. पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में लीड हासिल कर इतिहास स्थापित किया था. अब भाजपा इस इतिहास को दोहराने की कोशिश में है. भाजपा ने अंदरूनी गुटबाजी को खत्म करने और सही टिकट आवंटन करने पर भी अपना ध्यान लगा दिया है.


राजीव बिंदल को मिला ओपन हैंड


केंद्रीय आलाकमान और प्रदेश नेताओं से भी हिमाचल बीजेपी के मौजूदा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को बड़े फैसले लेने के लिए ओपन हैंड दिया गया है. हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के साथ जगत प्रकाश नड्डा का भी सीधा सहयोग है. इसका जीता-जागता उदाहरण हाल ही में डॉ. राजीव बिंदल की नई टीम के पदाधिकारियों के चयन में नजर आ रहा है. भाजपा अब किसी भी हालत में साल 2024 के लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है. भाजपा के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा सशक्त नेतृत्व और विश्वस्तरीय चेहरा है. इसके अलावा भाजपा इन चुनावों को प्रदेश के मुद्दों की अपेक्षा राष्ट्रीय मुद्दों पर केंद्रित करने की पूरी कोशिश में लगी हुई है. भले ही हिमाचल सीटों के लिए आज से छोटा राज्य हो, लेकिन  बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह राज्य के साथ-साथ हिमाचल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी 'दूसरा घर' है. ऐसे में यहां किसी भी सूरत में हार बर्दाश्त नहीं की जा सकती.


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