Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद मची उथल-पुथल भले ही शांत हो गई हो, लेकिन प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मी अब भी बरकरार है. मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सरकार के मंत्री एक बार फिर आमने-सामने हो गए हैं. हिमाचल बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि आपदा के दौरान भी कांग्रेसी सरकार के मंत्रियों के बीच रस्साकशी चलती रही. उन्होंने राहत और बचाव कार्य में सरकार की गंभीरता पर सवाल खड़े किए. साथ ही आपदा के दौरान राहत बचाव कार्य के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की भी मांग उठाई. रणधीर शर्मा ने अपने बयान में कहा कि सरकार को इस गंभीर मौके पर सर्वदलीय बैठक बुलाने चाहिए थी, लेकिन सरकार मीडिया के जरिए ही बात करती रही साथ ही. रणधीर शर्मा ने कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की एकता पर भी सवाल खड़े कर डाले.
'तूफान शांत होने के बाद भाजपा को आई अक्ल'
वहीं, इस पर हिमाचल प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता के बयान पर जोरदार पलटवार किया. जगत सिंह नेगी ने कहा कि अब तूफान शांत होने के बाद भारतीय जनता पार्टी को अक्ल आ रही है. उन्होंने कहा कि इस दौरान भाजपा के पास तो कोई काम नहीं था, लेकिन सरकार के सभी मंत्री राहत और बचाव कार्य में लगे हुए थे. हिमाचल प्रदेश में तो एक ही विपक्षी दल है- भारतीय जनता पार्टी. भाजपा के नेताओं को कुछ बात करनी होती, तो वे फोन पर भी बता सकते थे. लेकिन, भाजपा के लोगों को सिर्फ और सिर्फ राजनीति करनी है. जगत सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने आपदा के बाद राहत पहुंचाने का बेहतरीन काम किया. इसे प्रदेश की जनता ने देखा है. सरकार को अब भाजपा को सफाई देने की कोई जरूरत नहीं है.
राहत के बीच राजनीतिक बयानबाजी जारी
हिमाचल बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने तंज कसते हुए यह भी कहा था कि सरकार के मंत्री ऐसे समय पर एकजुट नहीं रहे. कैबिनेट मंत्रियों के बीच आपस में ही श्रेय लेने की होड़ लगी रही. रणधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने खास लोगों के साथ हर हवाई सर्वेक्षण करते रहे. उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री अलग और प्रतिभा सिंह अलग ही दौरे करती रही. रणधीर शर्मा ने कांग्रेस सरकार की ओर से डीजल पर तीन रुपए वैट बढ़ाए जाने पर भी सवाल खड़े किए. इस पर भी जगत सिंह नेगी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आपदा के वक्त भी केवल राजनीति करने में लगी हुई है. कांग्रेस सरकार के सभी मंत्री एकजुट हैं और प्रदेश की जनता को फायदा पहुंचाने के लिए राहत पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं. भाजपा के लोगों को इन दिनों कोई पूछता नहीं है. इसलिए मीडिया में इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. अब हिमाचल प्रदेश की राजनीति में आने वाले वक्त में भी इस तरह की बयानबाजी होती हुई नजर आनी है. भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस सरकार को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश कर रही है और सरकार के मंत्री भी एक के बाद एक पलटवार कर रहे हैं.