Jairam Thakur attack on Vikramaditya Singh: हिमाचल प्रदेश की राजनीति में 'पलटू राम' शब्द की अलग ही महता है. बयानों से पलटने पर नेता एक-दूसरे को पलटू राम की संज्ञा देते हुए नजर आते हैं. यह संज्ञा विक्रमादित्य सिंह तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दिया करते थे. लेकिन, शनिवार को जयराम ठाकुर ने ही विक्रमादित्य सिंह को पलटूराम करार दे दिया. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अपने बयानों से पलटने की गाथा नई नहीं है. विक्रमादित्य सिंह की यह गाथा बहुत लंबी है.


'UCC पर विक्रमादित्य सिंह ने मारी पलटी'


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह के बयान को उनके कैबिनेट के साथ ही मंत्री ही बचकाना बता चुके हैं. वे कहीं की खीज, कहीं पर उतारने की कोशिश कर रहे हैं. जयराम ठाकुर ने तंज करते हुए कहा कि बड़े परिवार में पैदा होना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन छोटे परिवार के लोगों का भी सम्मान किया जाना जरूरी है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने के कि पहले विक्रमादित्य सिंह ने यूसीसी का समर्थन किया, लेकिन बाद में केंद्रीय आलाकमान से फटकार के बाद उन्होंने अपने बयान बदल लिया. फेसबुक पर अब यह बयान नजर ही नहीं आ रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि वे नहीं जानते कि आलाकमान ने उनसे क्या कहा? लेकिन, उन्होंने यूसीसी पर दिए गए बयान से पलटी मार ली.



'व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर फैली है अव्यवस्था'


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शनिवार को शिमला में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि सरकार और मंत्रियों के बीच सरकार में अपने ही मंत्रियों के बीच समन्वय नहीं है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर चारों तरफ अव्यवस्था का दौर फैला हुआ है. मुख्यमंत्री अलग बात करते हैं और मंत्री अलग ही कर रहे हैं. इन दिनों सरकार में असमंजस की स्थिति है. जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे प्रदेश में इन दिनों स्थिति चरमराई हुई है और सरकार सिर्फ बड़े-बड़े दावे करने तक ही सीमित हैं. जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि आपदा के बीच सत्तापक्ष कांग्रेस ने ही राजनीति की शुरुआत की.