Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश सरकार के पूर्व शहरी विकास मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने व्यवस्था परिवर्तन पर जोरदार निशान साधा. सुरेश भारद्वाज ने व्यवस्था परिवर्तन को जुमला करार दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई नहीं जानता कि यह कैसा व्यवस्था परिवर्तन है? इस व्यवस्था परिवर्तन की सरकार में कांग्रेस के अपने ही विधायक एक दूसरे को गीता का ज्ञान दे रहे हैं. कोई पांडवों की ओर से पांच गांव की मांग की बात कर रहा है, तो कोई किसी को कौरव ठहरने की कोशिश कर रहा है. सुरेश भारद्वाज ने पूछा कि आखिर यहां दुर्योधन कौन है?


'कांग्रेस के ही लोग दुखी हैं'


पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे नेता अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं. वे भी सवाल कर रहे हैं कि आखिर यह कैसा व्यवस्था परिवर्तन है? सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जिनके भरोसे कांग्रेस सत्ता में आई, आज उनकी बात कांग्रेस नहीं कर रही है. महिलाओं को हर महीने 1 हजार 500 रुपए, बेरोजगारों के लिए पांच लाख रोजगार और किसानों से गोबर लेने की कोई बात नहीं हो रही. कांग्रेस ने झूठ बोलकर सत्ता हासिल की है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारों की जगह आज सरकार में अपनी ही दोस्तों को नौकरी दी जा रही है और इससे भी कांग्रेस के ही लोग दु:खी हैं.



विक्रमादित्य सिंह ने किया पलटवार


वहीं, सुरेश भारद्वाज के इस बयान पर पलटवार करते हुए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने कहा कि पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को अब आराम करना चाहिए. उन्हें इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए. कांग्रेस में जो मामले हैं, उन्हें पार्टी खुद सुलझा लेगी. बता दें कि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन को लेकर नया विवाद विधायक राजिंदर राणा, पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती की टिप्पणी को लेकर मचा हुआ है.


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