Himachal Pradesh: राम काज करिबे को आतुर यानी राम भक्त हनुमान अपने प्रिय प्रभु श्री राम का काम करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदरनगर में भी ऐसे ही राम भक्त हैं, जो 25 साल से यहां मंदिर का निर्माण करने में लगे हुए हैं. यह मंदिर कोई साधारण मंदिर नहीं है, बल्कि इस मंदिर में लगने वाले हर पत्थर पर भगवान राम का नाम उकेरा जा रहा है. जिस तरह पत्थर पर राम नाम लिखकर वानर सेना ने लंका समुद्र की राह पार की, उसी तरह यहां भी राम नाम लिखकर राम काज चल रहा है.
हालांकि, इस मंदिर का निर्माण साल 1998 से हो रहा है, लेकिन 22 जनवरी को राम नगरी अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले यह मंदिर भी चर्चाओं में आ गया है. जिला मंडी के सुंदरनगर के तहत आने वाले महादेव गांव में 79 वर्षीय पदम सिंह इस मंदिर का निर्माण कर रहे हैं. साल 1998 में विजयदशमी के दिन इसका काम शुरू किया गया था. पहले यहां भगवान हनुमान का मंदिर बनना था, लेकिन बाद में हनुमान मंदिर के साथ भगवान राम का मंदिर बनाने की भी योजना बनाई गई. दो साल तक उन्होंने को दिया काम किया और बाद में यह काम पूरा करने के लिए मिस्त्री की भी मदद लेना शुरू कर दी. मंदिर बनवा रहे पदम सिंह ने इसे भगवान राम और भगवान हनुमान की साक्षात कृपा बताते हैं.
स्वामी दयानंद जी ने स्थापित की थी भगवान हनुमान की मूर्ति
इस मंदिर का निर्माण कार्य अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद है. यहां पहले स्वामी दयानंद पुरी रहा करते थे. स्वामी दयानंद जी ने यहां भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित की थी. उनकी समाधि के बाद यहां हनुमान मंदिर बनना था, लेकिन भाषा और संस्कृति विभाग ने राम हनुमान मंदिर की अनुमति दी और फिर इसका निर्माण यहां शुरू हुआ.
23 सालों से राम नाम लिखने का काम कर रहे मिस्त्री बिहारी लाल
सुंदरनगर में बन रहे राम मंदिर के हर पत्थर पर राम नाम लिखने वाले मिस्त्री बिहारी लाल बीते 23 सालों से यहां इसी काम में लगे हुए हैं. यहां काम करने वाले भी अकेले मिस्त्री हैं. ऐसे में रोजाना सिर्फ दो से तीन ही पत्थरों पर राम नाम लिखने का काम पूरा हो पाता है. मिस्त्री बिहारी लाल ने बताया कि वह राम कृपा से ही लगातार बीते 23 सालों से इस काम में लगे हुए हैं. मंदिर का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. जल्द ही मंदिर निर्माण पूरा होगा.
मंदिर निर्माण पर अब तक 41 लाख रुपये का खर्च
पहले इस मंदिर के बारे में सिर्फ आसपास की इलाके के लोगों को ही जानकारी थी, लेकिन अब धीरे-धीरे मंदिर का प्रचार-प्रसार हो रहा है. मंदिर निर्माण के लिए श्री राम हनुमान सेवा समिति का गठन कर दिया गया है. अब कमेटी के सदस्य आपसी सहयोग से भी धनराशि एकत्रित कर रहे हैं. साथ ही लोगों से भी बढ़-चढ़कर दान देने की अपील की जा रही है. मंदिर में अब तक 41 लाख रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है और अभी मंदिर का काम पूरा करने के लिए 5 लाख रुपये की जरूरत है.
राम काज का जुनून देखकर हर कोई हैरान
भले ही मंदिर निर्माण में 25 सालों का वक्त लग गया, लेकिन मंदिर की भव्यता और पवित्रता यहां खड़े होते ही महसूस होने लग जाती है. यह आसपास के लोगों के साथ अब सभी के लिए एक बड़ा आस्था का केंद्र बन रहा है. साथ ही लोग इस बात से भी खासे हैरान हैं कि राम भक्त पदम सिंह और बिहारी लाल बीते 25 सालों से लगातार राम काज कार्य में ही जुटे हुए हैं.
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