Martyr Pawan Dhangal Last Rites: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) में आतंकी मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लाल पवन कुमार धंगल का पार्थिव शरीर रामपुर (Rampur) पहुंचा. शहीद पवन कुमार के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर जुटे नजर आए. इस दौरान रामपुर की वादियां देशभक्ति के नारों से गूंज उठीं. लोगों ने भारत माता की जय और पवन कुमार अमर रहे के नारे लगाकर शहीद को सम्मान दिया.
शहीद पवन कुमार जिला शिमला के रामपुर उपमंडल के रहने वाले थे. पवन कुमार का पैतृक गांव पिथ्वी है, जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान रामपुर के साथ पूरे प्रदेश भर में शोक की लहर दौड़ उठी. शोक के साथ लोगों को मां भारती के इस वीर सपूत पर गर्व भी है. हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि के नाम से जाना जाता है. प्रदेश का वीर बेटा मां भारती की रक्षा करते हुए शहादत को प्राप्त हुआ है.
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में हुए शहीद
पुलवामा के अवंतीपुरा में सुरक्षा बल और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसी मुठभेड़ में पवन कुमार शहीद हुए. सुरक्षाबलों ने कश्मीरी पंडित संजय कुमार की हत्या में शामिल आतंकवादियों को घेर रखा था. इसी स्पेशल ऑपरेशन के दौरान पवन धंगल को गोली लग गई. इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने भी दो आतंकियों को मार गिराया. मारे गए आतंकी कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या में शामिल थे.
बुधवार को भारतीय सेना ने दी थी श्रद्धांजलि
इससे पहले भारतीय सेना ने बुधवार को शहीद पवन कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की. चिनार युद्ध स्मारक पर एक सम्मान समारोह में चिनार कोर के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल विवेक डोगरा ने अन्य अधिकारियों के साथ शहीद को श्रद्धांजलि दी. सेना ने कहा कि शहीद पवन कुमार ने बहादुरी दिखाते हुए पोटगामपोरा में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान आमने-सामने की लड़ाई में एक आतंकवादी पर काबू पा लिया था और इस प्रक्रिया में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. बाद में उन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया था.
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