Shimla Municipal Corporation Election 2023: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में नगर निगम शिमला चुनाव के लिए अब 34 वार्ड में 102 प्रत्याशी मैदान में हैं. नगर निगम शिमला के इस चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बीच में ही है. नामांकन वापसी के आखिरी दिन प्रक्रिया खत्म होने के बाद चुनाव चिन्ह का आवंटन हो चुका है. इन चुनावों में किसी भी राजनीतिक दल के प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया है. नगर निगम शिमला चुनाव के कुल 34 वार्डों में पहले 15 उम्मीदवार बतौर आजाद प्रत्याशी मैदान में थे. इनमें पांच उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया, जबकि दो के नामांकन रद्द हो गए. ऐसे में अब सिर्फ 102 प्रत्याशी ही मैदान में रह गए हैं.


नगर निगम शिमला के कुल 34 वार्डों में से 10 वार्ड ऐसे हैं, जहां सीधा मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच में होने वाला है. यहां किसी अन्य राजनीतिक दल से या किसी आजाद प्रत्याशी ने नामांकन दर्ज नहीं किया है. अन्य वार्डों में भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस-बीजेपी के बीच में ही है, लेकिन कुछ वार्डों पर आजाद प्रत्याशी वोट काटने वाले साबित हो सकते हैं. इसके अलावा इंजन घर वार्ड में बीजेपी की बागी आरती चौहान और कृष्णा नगर में कांग्रेस के बागी सोहन लाल पार्टी की चिंता बढ़ाने का काम कर रहे हैं.


माकपा ने उतारे हैं चार वार्डों में प्रत्याशी


एक समय पर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में वोटरों की बड़ी संख्या पर प्रभाव रखने वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) चुनावों से गायब होती नजर आ रही है. पहले तो पार्टी को सभी 34 वार्डों पर अपने प्रत्याशी नहीं मिले. इसके बाद चार वार्डों में प्रत्याशी देने पर भी किसी वार्ड में माकपा मजबूती से चुनाव लड़ते नजर नहीं आ रही है. इसी तरह आम आदमी पार्टी भी नगर निगम चुनाव में दूर-दूर तक मुकाबले में नजर नहीं आ रही है.


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