MC Shimla Elections: CM सुक्खू से मिला AAP प्रत्याशी, पार्टी बदलने का बनाया मन, पर वापस नहीं लिया नामांकन
Shimla: हिमाचल आप के नेता और शिमला लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रभारी राकेश चमन आजटा ने कहा कि एक कांग्रेस की तरफ से आप प्रत्याशियों को डरा धमका कर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
MC Shimla Elections 2023: नगर निगम शिमला के चुनाव में 21 अप्रैल को नामांकन वापस लेने के दिन आम आदमी पार्टी के किसी भी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया. इंजन घर से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सुधीर कुमार ने गुरुवार देर रात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) से मुलाकात की. उस वक्त कांग्रेस पार्टी की ओर से यह दावा किया गया था कि सुधीर कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है, लेकिन फिर शुक्रवार को सुधीर कुमार ने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन वापस ही नहीं लिया. दिनभर उनका मोबाइल स्विच ऑफ रहा और नामांकन वापस नहीं हो सका.
हिमाचल आम आदमी पार्टी के नेता और शिमला लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रभारी राकेश चमन आजटा ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस आम आदमी पार्टी को लड़ाई में शामिल होने से भी इनकार कर रही है. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को डरा धमका कर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछा कि अगर सुधीर कुमार कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए, तो वह बताएं कि अब सुधीर कुमार कहां है? उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को प्रलोभन देने के साथ डरा-धमकाकर बैठाने की कोशिश की गई, लेकिन किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया.
आम आदमी पार्टी के आरोप बेबुनियाद- कपरेट
वहीं, कांग्रेस नेता सुशांत कपरेट का कहना है कि आम आदमी पार्टी के आरोप बेबुनियाद हैं. सुधीर कुमार अपनी इच्छा से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करने के लिए आए थे और उन्होंने खुद नामांकन वापस लेने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसी पर कोई दबाव नहीं बनाया. आम आदमी पार्टी को कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है. आम आदमी पार्टी को तो यह बताना चाहिए आखिर कि किस आधार पर नगर निगम शिमला चुनाव जीतने का सपना देख रहे हैं? पार्टी तो सभी वार्ड पर अपने प्रत्याशी भी नहीं दे सकी है.