MC Shimla Elections: BJP ने जारी की प्रत्याशियों की पहली सूची, जानें- किसके कहने पर हुआ टिकट आवंटन?
Shimla: बीजेपी ने हर वॉर्ड पर प्रवासी प्रभारी को नियुक्त किया था. इन प्रभारियों ने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ बातचीत के बाद अपना प्रत्याशी फाइनल किया है.
Himachal Pradesh News: नगर निगम शिमला चुनाव (MC Shimla Elections) को लेकर कांग्रेस-बीजेपी की तैयारियां जोरों पर है. इन दिनों शिमला पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं. बुधवार को बीजेपी कार्यसमिति की बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में 24 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं. शेष 10 प्रत्याशियों की सूची बीजेपी जल्द जारी करने वाली है.
हिमाचल बीजेपी की ओर से जारी सूची में रुल्दूभट्टा से सरोज ठाकुर, अनाडेल से सपना कश्यप, समरहिल से शैली ठाकुर, टूटू से मीनाक्षी गोयल, मज्याठ से निर्मला चौहान, बालूगंज से किरण बाबा, कच्चीघाटी से अलका कंवर, नाभा से हेमा कश्यप, फागली से कल्याण धीमान, कृष्णा नगर से बिट्टू कुमार पाना, लोअर बाजार से भारती सूट, बेनमोर से अनूप वैद्य, संजौली चौक से सत्या कौंडल, अपर ढली से कमलेश मेहता, लोअर ढली से सीमा विजन, शांति विहार से देवेंद्र शर्मा, भट्टाकुफर से सुशांत चौहान, शांति विहार से कमला ठाकुर, कसुम्पटी से रचना झीना वर्मा, विकासनगर से रमा कुमारी, छोटा शिमला से संजीव चौहान, कंगनाधार से रेणु चौहान, न्यू शिमला से निशा ठाकुर और खलीनी से पूर्णमल को प्रत्याशी बनाया गया है.
कैसे हुआ टिकट आवंटन?
बागियों की वजह से विधानसभा चुनाव में मिशन रिपीट से चुकी भारतीय जनता पार्टी नगर निगम शिमला के चुनाव में टिकट आवंटन में कोई गलती नहीं करना चाहती. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने हर वॉर्ड पर प्रवासी प्रभारी को नियुक्त किया था. इन प्रभारियों ने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ बातचीत के बाद अपना प्रत्याशी फाइनल किया है. साथ ही पार्टी ने इस बात का भी ध्यान रखा है कि टिकट आवंटन के बाद बगावत का खतरा कम से कम रहे. नगर निगम शिमला चुनाव में बगावत का खेल होने से बीजेपी का खेल बिगड़ सकता है. ऐसे में पार्टी ने ज्यादा से ज्यादा जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट देकर मैदान में उतारने की कोशिश की है.
संतुलन साधने की कोशिश
विधानसभा चुनाव के दौरान शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज की टिकट शिफ्ट कर साथ लगती कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में कर दी थी. इसके बाद सुरेश भारद्वाज के समर्थक भी नाराज मानें जा रहे थे. क्योंकि चुनाव से 15 दिन पहले टिकट बदलने की वजह से सुरेश भारद्वाज को हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में सवाल उठ रहे थे कि क्या नगर निगम शिमला चुनाव में सुरेश भारद्वाज के समर्थक माने जाने वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा या नहीं? जारी की गई सूची में सुरेश भारद्वाज के कई करीबी नेताओं को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी हर समीकरण को साधना और संतुलन बनाने की जुगत में नजर आ रही है.