Himachal Politics: अक्सर अपने बयानों के लिए सुर्खियों में बने रहने वाले हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लोक निर्माण मंत्री एक बार फिर चर्चा में हैं. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने बयान दिया है कि वे प्रदेश हित में हमेशा ही गलत का विरोध करते हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह तर्क की राजनीति करते हैं और वह अंधभक्त नहीं हैं.
दरअसल, मंडी जिला के एक विधायक उन पर यह आरोप लगा रहे थे कि विक्रमादित्य सिंह सुविधा मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की तारीफ करते हैं. इस पर विक्रमादित्य सिंह ने तंज करते हुए कहा कि उन्हें अभी उस विधायक का नाम तो याद नहीं आ रहा, लेकिन वह यह कहना चाहते हैं कि वह प्रदेश की जनता के हित की राजनीति करते हैं. जहां उन्हें प्रदेश का अहित लगता है, वहां वह खुलकर विरोध करते हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश हित में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी विरोध कर सकते हैं. क्योंकि वह लोकतांत्रिक देश में रहते हैं और लोकतंत्र में लोगों की आवाज उठाने को विरोध के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए.
गलत का समर्थन नहीं कर सकता- लोक निर्माण मंत्री
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को बारिश की वजह से 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. प्रदेश को अब तक सिर्फ 250-300 करोड़ की ही सहायता मिली है, जो चरणबद्ध तरीके से मिलनी ही थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत केंद्र ने मदद दी, तो उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह का आभार व्यक्त किया.
इसलिए चर्चा में रहते हैं विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भविष्य में भी जब केंद्र हिमाचल की मदद करेगा, तो वे खुले दिल से आभार व्यक्त करेंगे. लेकिन, वे आंखें मूंदकर गलत का समर्थन नहीं कर सकते. गौरतलब है कि विक्रमादित्य सिंह अक्सर 'जय श्रीराम' का नारा लगाने और सोशल मीडिया पर भगवा पताका पोस्ट करने को लेकर चर्चा में बने ही रहते हैं. यही नहीं, विक्रमादित्य सिंह केंद्र सरकार के 'सबका साथ,सबका विकास' के नारे का भी खुलकर इस्तेमाल करते हैं.
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