(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
HP News: सांसद सुरेश कश्यप की कांग्रेस नेताओं को नसीहत- 'मुहावरे पढ़ना छोड़ काम पर दें ध्यान'
Suresh Kashyap Advice: शिमला के सांसद सुरेश कश्यप ने कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं को मुहावरे पढ़ना छोड़कर काम करने पर ध्यान देने के लिए कहा है.
Suresh Kashyap attacks Congress: हिमाचल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा है. सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस को सच नजर नहीं आता. उसके नेता झूठ के सहारे ही खुश हैं. सच तो यह है कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को मदद करने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी, लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार का दुष्प्रचार करने में जुटी हुई है.
सांसद सुरेश कश्यप ने जताया केंद्र सरकार का आभार
सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत एक साल के अंतराल में ही हिमाचल प्रदेश को 3 हजार 378 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई है. वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश को आई कुल मदद 1603 करोड़ 86 लाख 15 हजार 101 रुपए है. इसके अलावा, 633.73 करोड़ रुपए एनडीआरएफ के तहत हिमाचल प्रदेश को मिले हैं. उन्होंने इस मदद के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है.
जनता की सेवा पर ध्यान दें कांग्रेस नेता
साथ ही सांसद सुरेश कश्यप ने कांग्रेस नेताओं को नसीहत भी दी है. सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को मुहावरे पढ़ना छोड़कर, काम करने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंत्री, सांसद और नेता इन दोनों सिर्फ मुहावरे पढ़ने का काम करते हैं. कांग्रेस नेताओं को जनता की सेवा की तरफ ध्यान देना चाहिए. बता दें कि केंद्र सरकार से मिली सहायता को हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस नेताओं ने ऊंट के मुंह में जीरे की तरह बताया था.
लोगों को गारंटी पूरी होने का इंतजार
सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस झूठ बोलकर सत्ता में आई. अब राज्य सरकार अपनी गारंटी पूरी नहीं कर रही है. प्रदेश के युवा रोजगार, महिलाओं को हर महीने एक हजार 500 रुपए और बागवान भी अपनी फसल के दाम खुद तय करने वाली गारंटी पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं. कश्यप ने कहा कि अब तक केंद्र सरकार से जो सहायता हिमाचल प्रदेश को मिली है, वह उत्तम सहायता है. इससे पहले समय-समय पर हिमाचल प्रदेश को केंद्र से जो सहायता मिलती रही, अगर उससे तुलना की जाए तो यह राशि कई गुना ज्यादा है.